कांग्रेस महाराष्ट्र में भी लागू करेगी ‘राजस्थान पैटर्न’
कई मंत्रियों का इस्तिफा लेकर नये चेहरोें को दिया जायेगा मौका
मुंबई/दि.25 – कांग्रेस द्वारा जिस तरह राजस्थान में मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों के इस्तिफे लेकर नये सिरे से मंत्रिमंडल गठित किया गया है, उसी तरह का निर्णय जल्द ही महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस द्वारा भी लिया जा सकता है. राज्य विधान मंडल के शीतसत्र से पहले मंत्रिमंडल में बदलाव किये जाने का आग्रह कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है. ऐसा सूत्रों द्वारा बताया गया है. पता चला है कि, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले व विधायक प्रणिती शिंदे को मंत्रिपद दिये जाने की जबर्दस्त चर्चा है. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर भी नये सिरे से चर्चा चल रही है.
बता दें कि, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले को प्रदेशाध्यक्ष बनाये जाते समय मंत्रि पद भी देने का आश्वासन पार्टी आलाकमान द्वारा दिया गया था. ऐसे में इस बार वे मंत्री बन सकते है. जिसके लिए खुद नाना पटोले भी इच्छुक है और हाल ही में दिल्ली जाकर पार्टी आलाकमान से मुलाकात भी कर चुके है. हालांकि नाना पटोले ने उस मुलाकात के दौरान मंत्री पद को लेकर कोई चर्चा नहीं होने की बात कहते हुए कहा था कि, उनकी पार्टी से संबंधित चर्चा हुई थी. किंतु पार्टी आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, वे उसे मान्य करेंगे. पटोले के मुताबिक महाराष्ट्र से कांग्रेस के कई मंत्रियों को भी दिल्ली बुलाकर पार्टी आलाकमान द्वारा उनसे चर्चा की जा रही है. जिसके बाद मंत्रिमंडल में शामिल रहनेवाले कुछ सदस्यों को संगठन में जिम्मेदारी सौंपी जायेगी. वहीं कुछ नये चेहरों को मंत्री पद का जिम्मा दिया जायेगा.
जानकारी है कि, शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड, उर्जा मंत्री नितीन राउत तथा आदिवासी विकास मंत्री के. सी. पाडवी के विभागों में भी कुछ बदलाव किये जायेंगे. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष पद कांग्रेस के ही पास रहेगा. यह बात शिवसेना व राकांपा द्वारा पहले ही स्पष्ट कर दी गई है और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष पद से नाना पटोले द्वारा इस्तीफा दिये जाने के बाद भोर के विधायक संग्राम थोपटे का नाम अध्यक्ष पद के लिए सुझाया गया था. किंतु उस समय पार्टी द्वारा इसे लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया था.
शीतसत्र मुुंबई में ही होगा!
अगले सप्ताह विधानमंडल कामकाज सलाहकार समिती की बैठक अपेक्षित है. ऐसा विधान मंडल के अधिकारियों का मानना है. वहीं मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री द्वारा विधानमंडल का शीतसत्र नागपुर की बजाय मुंबई में ही लेने का आग्रह किया जा रहा है. जिसके चलते 20 दिसंबर के आसपास करीब एक सप्ताह का अधिवेशन मुंबई में ही आयोजीत किया जायेगा. इससे पहले कांग्रेस अपने कोटे से मंत्रिमंडल में आवश्यक बदलाव करना चाह रही है.