कांग्रेस कार्यकर्ता व गाडगेनगर पुलिस के बीच जमकर तनातनी
रंग में पडा भंग, जीत की खुशियां बदली तनाव में
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पूर्व विधायक जगताप के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने दिया थाने में धरना
अमरावती/प्रतिनिधि दि.5 – मंगलवार की दोपहर जहां एक ओर गाडगेनगर परिसर स्थित गाडगेबाबा समाधी मंदिर के सामने जिला बैंक के चुनाव में विजयी रहे उम्मीदवारों व उनके समर्थकों द्वारा जीत का जल्लोश मनाया जा रहा था, वहीं एक छोटीसी बात के चलते सहकार पैनल समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ताओं व गाडगेनगर पुलिस थाना कर्मियों के बीच जबर्दस्त तनातनी हो गयी. पश्चात पुलिस ने कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पकडकर थाने लाते हुए जमा कर दिया. इसकी जानकारी मिलते ही जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप के नेतृत्व में कांग्रेस पदाधिकारियों का एक दल तुरंत ही गाडगेनगर थाने पहुंचा. जहां पर पुलिस उपायुक्त मकानदार व थानेदार चोरमले से चर्चा करते हुए इस मामले में किसी के खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं करने की मांग की गई.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना रहा कि, सहकार पैनल के समर्थकों द्वारा जिला बैंक के चुनावी नतीजे अपने पक्ष में आने के चलते गाडगेबाबा समाधी मंदिर के समक्ष आतिषबाजी की जा रही थी. इस समय मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा उन्हें ऐसा करने से रोका गया. जिसकी वजह से कुछ कार्यकर्ता संतप्त हो गये और बात बढ गई. वहीं कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि, जिस समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा आतिषबाजी की जा रही थी, तभी भीडभाड का फायदा उठाकर एक शख्स लोगों की जेब काट रहा था. यह बात ध्यान में आते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी. यह पता चलते ही मौके पर बंदोबस्त हेतु तैनात पुलिस कर्मियों ने उस जेब कतरे को भीड के गुस्से से बचाने का प्रयास किया. किंतु कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी. यहां से बात बिगड गई और हालात काफी तनावपूर्ण हो गये. इसके बाद पुलिस के साथ हुज्जत कर रहे लोगोें को पकडकर थाने लाया गया. जिनमें कांग्रेस के एक बडे नेता के बेटे का भी समावेश था. यह बात पता चलते ही जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप तुरंत गाडगेनगर थाने पहुंचे. जहां पर पूर्व विधायक जगताप के नेतृत्व में किसी के भी खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करने की मांग को लेकर ठिय्या आंदोलन शुरू किया गया. इस बीच मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त मकानदार भी मौके पर पहुंच चुके थे. जिनके साथ कांग्रेस पदाधिकारियों की बंद द्वार चर्चा हुई. इस समय मीडिया को इस चर्चा से दूर रखा गया था.