कोरोना : एक सप्ताह में 6 मरीज पॉजिटिव, स्वाईन फ्लू का एक मरीज
कोरोना वायरस की जांच करने नमूने भेजे जाएगे पुणे
* 94 संदिग्ध मरीजो के नमूने जांच के लिए पहुंचे प्रयोगशाला
अमरावती /दि. 2- अमरावती शहर में पिछले एक सप्ताह में फिर से कोरोना के 6 मरीज पॉजिटिव पाए गए है. साथ ही एक मरीज स्वाईन फ्लू का पाए जाने से स्वास्थ यंत्रणा में खलबली मच गई है. वर्तमान में एनआयवी फंडींग बंद हो जाने से कोरोना वायरस कौनसा है, इस बाबत संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला से पता नहीं चला है. वायरस की जांच बाबत नमूने पुणे भेजे जा रहे है. वहीं दूसरी तरफ आज शुक्रवार 2 अगस्त को अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला में 94 संदिग्ध मरीजो के नमूने जांच के लिए पहुंचे है.
जानकारी के मुताबिक बुधवार 21 जुलाई को संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला से प्राप्त हुए नमूने की जांच रिपोर्ट से यह बात प्रकाश में आई है. इस निमित्त स्वास्थ यंत्रणा ने उपाययोजना शुरु कर दी है. अब नमूनो की जांच पर जोर दिया जा रहा है. मानसून के कारण वातावरण में बदलाव और संक्रामक बीमारी का प्रकोप बढता रहने से कोरोना फिर से सिर उठाता रहने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. ग्रीष्मकाल में कोरोना का कोई भी मरीज पाया नहीं गया था. अब बारिश के दिनों में संक्रामक बीमारियां बढी है. शासकीय और निजी अस्पतालो में मरीजो की संख्या दिनोदिन बढ रही है. ऐसे में जिला स्वास्थ यंत्रणा की तरफ से 24 से 30 जुलाई के दौरान 140 नमूने जांच के लिए संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला में भेजे गए थे. इसमें 6 मरीज कोरोना पॉजिटिव और एक मरीज स्वाईन फ्लू का पाया गया है. 60 वर्षीय स्वाईन फ्लू के मरीज पर जिला अस्पताल में उपचार जारी है. कोरोना के 6 पॉजिटिव मरीज अमरावती मनपा क्षेत्र के ही है.
केरल में कोरोना के मरीज लगातार बढते रहने से वहां के अस्पतालो में जिस तरह मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है, उसी तरह अमरावती में भी कोरोना मरीजो की संख्या बढने के पूर्व स्वास्थ विभाग को कदम उठाना आवश्यक माना जा रहा है. अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला से मिली जानकारी के मुताबिक 140 नमूनो की जांच के बाद आज शुक्रवार 2 अगस्त को 94 नमूने जांच के लिए फिर आए है. इनकी जांच भी की जा रही है. गुरुवार 1 अगस्त को एक संदिग्ध स्वाईन फ्लू के मरीज के नमूने जांच के लिए आए थे. वह निगेटिव पाया गया है. स्वाईन फ्लू का मरीज भी पाए जाने से स्वास्थ यंत्रणा सतर्क हो गई है.
* इर्विन हाऊसफुल होने से नई चुनौती
– अमरावती जिला अस्पताल में पिछले एक पखवाडे में संक्रामक बीमारियों के मरीजो की संख्या में बढोतरी हुई है. एक बेड पर दो से तीन मरीजो पर उपचार किया जा रहा है. वहीं कर्मचारियों की संख्या कम रहने से जिला अस्पताल की स्वास्थ यंत्रणा पर काम का तनाव बढ गया है.
– ऐसे में अब कोरोना और स्वाईन फ्लू की नई चुनौती सामने आ जाने से जिला स्वास्थ यंत्रणा के सामने निधि और कर्मचारी ऐसा दोहरा संकट आन पडा है.
* एनआयवी फंडींग बंद
कोरोनाकाल में नमूनो की जांच तत्काल करने के लिए और स्टेन कौनसा है, इस बाबत जांच करने प्रयोगशाला को निधि प्राप्त होती थी. लेकिन अब इस वायरस का पता लगाने के लिए फंडींग बंद हो जाने से पॉजिटिव पाए गए कोरोना मरीजो के जांच नमूने पुणे के डीजे व ससन हॉस्पिटल भेजे जा रहे है.
* किसी भी महिला के नमूने पॉजिटिव नहीं
अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला में 140 नमूनो की जांच की गई. इसमें 6 कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. पॉजिटिव पाए गए सभी मरीज पुरुष है. इनमें अंबाविहार के 55 वर्षीय पुरुष, साईनगर के 32 वर्षीय युवक, गोपालनगर के 42 वर्षीय युवक, विलासनगर के 56 वर्षीय पुरुष, सराफा बाजार के कालाराम मंदिर परिसर का 24 वर्षीय युवक और तारखेडा के 50 वर्षीय व्यक्ति का समावेश है. 140 नमूनो में 43 महिलाओं के नमूने प्रयोगशाला में जांच के लिए आए थे. इसमें किसी भी महिला के नमूने पॉजिटिव नहीं पाए गए है.
* भयभीत होने की आवश्यकता नहीं
वर्तमान के कोरोना वायरस से नागरिकों को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. कोई भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है. जिला स्वास्थ यंत्रणा की तरफ से 24 से 30 जुलाई के दौरान भेजे गए 140 नमूनो की जांच की गई. इसमें 6 कोरोना पॉजिटिव और एक स्वाईन फ्लू का मरीज पाया गया. वातावरण में बदलाव के कारण कोरोना के मरीज पाए जा रहे है. भीडभाडवाले इलाको में बेवजह जाना टालना चाहिए.
– डॉ. प्रशांत ठाकरे, नोडल अधिकारी, अमरावती विद्यापीठ प्रयोगशाला.