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कोरोना टीकाकरण पथक के बहाने अकोट शहर में दिनदहाडे डकैती

तीन लोगों को बुरी तरह पीटा

  • मुंह में कपडा ठूंसकर रस्सी से बांधकर कमरे में रखा

अकोला/दि.३१ – कोरोना टीकाकरण टीम होने के बहाने अकोट शहर में दिनदहाडे डकैती किए जाने की घटना मंगलवार को सामने आयी. डकैतों ने घर में मौजूद तीन लोगों को बुरी तरह पीटा और उनके मुंह में कपडा ठूंसकर उनको रस्सी से बांधकर कमरे में कैद कर दिया. इस वारदात से अकोला जिले में हडकंप मच गया है.
मिली जानकारी के अनुसार अकोट शहर के अतिव्यस्तम और आवाजाही रहनेवाले जवाहररोड सटे बुधवार वेस परिसर में प्रसिद्ध व्यापारी अमृतलाल सेजपाल अपने परिवार के साथ उपरी मंजिल पर रहते है. उनके घर पर मंगलवार की दोपहर में कुछ महिला व पुरूष पहुंचे. उन्होंने दरवाजा खटखटाकर कोरोना टीकाकरण जांच टीम होने का बहाना बनाया. इसी समय दरवाजे पर सेजपाल की पोती देलिशा ने बताया कि वह छात्रा होने से उसने अब तक टीका नहीं लगवाने की बात कही. जिसके बाद नकली कोरोना टीकाकरण पथक ने घर में कौन-कौन है, इस बारे में पूछा, तभी देलिशा को संदेह हुआ और उसने पहचान पत्र मांगा. तभी डकैतो के टोली में शामिल एक महिला ने दरवाजा जोर से धकेलते हुए घर में घुसी. इसके बाद अन्य डकैतों ने भी घर में भीतर प्रवेश किया. घर में मौजूद बुजुर्ग अमृतलाल सेजपाल, उनकी पत्नी इंदूबहन सेजपाल और पोती देलिशा को पीटते हुए उनके मुंह में कपडा ठूंसकर पट्टीयां चिपकायी. इसके अलावा एक रस्सी से बांधकर कमरे में कैद कर दिया. अमृतलाल सेजपाल को तीक्ष्ण हथियार से पीटकर घायल किया. इसके बाद घर का सामान फेंककर आलमारी तोड़ दी. इसी दरम्यिान दूसरे कमरे में कैद दादा-दादी व पोती ने जैसे तैसे अपने मुंह में ठूंसे कपडों को बाहर निकालकर खिडकी से शोर मचाना शुरू किया. जिसके बाद पड़ोसियों ने दौड लगायी. लेकिन तब तक डकैत बाहर से घर का दरवाजा बंद कर भाग निकले थे. पडोसियों ने दरवाजा खोलकर तीनों को छुड़ाया. तीनों काफी घबराए हुए थे. इस समय अमृतलाल सेजपाल जख्मी होने से उनका घर पर ही डॉ. विशाल इंगोले ने उपचार किया.
पता चला है कि अमृतलाल का बेटा यश्वीन, बहु भावना और छोटा नाती शौर्य खामगांव गए हुए थे. घटना की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस निरीक्षक प्रकाश अहिरे ने दलबल के साथ पहुंचकर पंचनामा किया.

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