सत्ता संघर्ष पर कोर्ट का फैसला सुरक्षित
दोनों शिंदे-ठाकरे गट का युक्तिवाद पूर्ण
* कभी भी निर्णय की हो सकती घोषणा
दिल्ली /दि.16- देश के प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली सुप्रीमकोर्ट की खंडपीठ ने महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष प्रकरण में दायर याचिका पर दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है. निर्णय की घोषणा आज भी हो सकती है या फिर कल अथवा सप्ताहभर बाद. कभी भी निर्णय घोषित होने की संभावना जताई जा रही है. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में गत जून माह में सत्ता परिवर्तन हुआ. जब एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के 40 विधायकों ने विद्रोह कर भाजपा के सहयोग से सरकार स्थापित की. शिवसेना का शिंदे गुट बना जिसे उन्होंने बालासाहब की शिवसेना नाम दिया.
* लगातार तीन दिनों तक सुनवाई
सर्वोच्च न्यायालय में पांच न्यायमूर्ति की खंडपीठ इस प्रकरण में गत 14 फरवरी से लगातार तीन दिनों तक सुनवाई कर रही है. दोनों पक्षों के वकिलों की दलिले सुनने के बाद खंडपीठ को इस बात का भी फैसला करना है कि मामला सात जजों की संविधान पीठ के पास भेजा जाए अथवा नहीं. आज दोपहर खंडपीठ ने सुनवाई पश्चात निर्णय दोपहर के भोजन बाद तक टाल दिया. फिर भी संभावना है कि आज ही कुछ निर्णय हो सकता है. एड. सिद्धार्थ शिंदे ने यह संकेत दिए. उन्होंने बताया कि सात लोगों की खंडपीठ के पास प्रकरण नहीं गया तो याचिका पर एक-दो माह में फैसला आ सकता है. वहीं सात लोगों की खंडपीठ को मामला सौंपे जाने पर निर्णय को 1 साल भी लग सकता है.
* कपिल सिब्बल ने पडे पांव
ठाकरे गट की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि, संविधान की 10वीं सूची का आधार लेकर सरकार गिराने का मार्ग कोर्ट तैयार न होने दें. यह प्रकरण सिर्फ वर्तमान तक सीमित नहीं है. आगे भी ऐसे प्रकरण हो सकते है. चुनी गई सरकारें गिराई जाती है. लोकशाही के लिए यह ठीक नहीं. सिब्बल ने यहां तक कहा कि वे अदालत के पैर पडते हैं. 10वीं सूची के आधार पर सरकार गिराने न दें.
* प्रधान न्यायाधीश का कहना
प्रधान न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड ने कपिल सिब्बल के युक्तिवाद दौरान कहा कि, शिंदे गट को शतंरज खेल के समान अगली चाल पहले ही पता चल जाती है. आगे क्या होगा यह शिंदे गट को मालूम रहता है. उनके इस बयान को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि सिब्बल के अलावा कांग्रेस नेता संघवी ने भी ठाकरे गुट की तरफ से पैरवी की. शिंदे गट का पक्ष वरिष्ठ वकील हरीश सालवे, महेश जेठमलानी, कौल आदि ने रखा.