परमवीर सिंह पर अकोला में अपराध दर्ज
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अन्य 27 पुलिस अधिकारी भी हुए नामजद
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एट्रोसिटी एक्ट सहित 22 धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला
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पीआई भीमराज घाडगे की शिकायत पर कार्रवाई
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पहली बार किसी मामले में नामजद हुए पूर्व पुलिस आयुक्त सिंह
अकोला/प्रतिनिधि दि.29 – दो दिन पूर्व अकोला पुलिस नियंत्रण कक्ष में कार्यरत रहनेवाले पुलिस निरीक्षक भीमराज घाडगे द्वारा दर्ज करायी गई शिकायत के आधार पर 28 अप्रैल की रात 2.30 बजे स्थानीय सिटी कोतवाली पुलिस थाने में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के साथ ही 27 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट सहित अलग-अलग 22 धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया. साथ ही इस मामले को अगली जांच हेतु ठाणे पुलिस के सुपुर्द किया गया है. ऐसी जानकारी सिटी कोतवाली के थानेदार उत्तम जाधव द्वारा दी गई है.
बता दें कि, अकोला नियंत्रण कक्ष में पदस्थ पीआई घाडगे ने विगत 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे तथा राज्य के पुलिस महासंचालक संजय पांडे को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह ने अपने कार्यकाल में करोडों रूपयों का घोटाला किया है. साथ ही अपनी पत्नी व बेटे के माध्यम से भ्रष्टाचार के जरिये कमायी गई रकम को अलग-अलग व्यवसायों में निवेश किया है. घाडगे के मुताबिक इसके बाद राज्य के सहायक पुलिस आयुक्त व पुलिस निरीक्षक स्तर के कई पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ जातीवाचक गालीगलौच की. इस मामले को लेकर दर्ज करायी गयी शिकायत के आधार पर बुधवार की रात सिटी कोतवाली पुलिस में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह सहित 27 अधिकारियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया गया. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, परमवीर सिंह के खिलाफ दर्ज हुआ यह अब तक का पहला अपराधिक मामला है.
पीआई भीमराज घाडगे द्वारा सीएम उध्दव ठाकरे व पुलिस महासंचालक संजय पांडे को भेजे गये पत्र में कहा गया था कि, परमवीर सिंह की पत्नी इंडिया बुल्स नामक कंपनी में कार्यरत है. जहां पर उन्होंने हजारों करोड रूपयों का निवेश किया है. इसके साथ ही उनका बेटा सिंगापूर में एक बडा व्यवसाय चलाता है. वहां पर भी भ्रष्टाचार के पैसे निवेश किये गये है और परमवीर सिंह ने ठाणे का पुलिस आयुक्त रहते समय हजारों करोड रूपयों का भ्रष्टाचार किया था. घाडगे के मुताबिक यह पत्र लिखने के बाद उन्हें पराग मन्हेरे, संजय शिंदे, सुनील भारद्वाज व विजय फुलकर नामक चार पुलिस उपायुक्तों सहित अन्य कई सहायक पुलिस आयुक्त व पीआई स्तर के अधिकारियों द्वारा जातीवाचक गालियां दी गई. इसे लेकर भी उन्होंने अकोला के सिटी कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी है.