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आरोपियों की फिर से मांगी जाएगी कस्टडी

  • आर्थिक अपराध शाखा ने न्यायालय में पेश किया आवेदन

  • मामला रेमडेसिविर की कालाबाजारी का

अमरावती/प्रतिनिधि दि.20 – कोरोना काल में पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला सामने आया था. इस मामले की तहकीकात आर्थिक अपराध शाखा कडाई से कर रही है. रेमडेसिविर इंजेक्शन कालाबाजारी मामले में सुपर कोविड अस्पताल के डॉक्टर राठोड व मालुसरे समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया गया. इन आरोपियों की जमानत को स्थानीय न्यायालय ने रद्द कर दी. जिसके बाद अब आर्थिक अपराध शाखा की टीम सभी आरोपियों की कस्टडी लेने वाली है. गुरुवार को आर्थिक अपराध शाखा की टीम एक अर्जी न्यायालय में प्रस्तुत करेगी.
यहां बता दें कि शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में आयुक्तालय पुलिस की अपराध शाखा व्दारा पकडे गए सुपर कोविड अस्पताल के डॉ.अक्षय राठोड, तिवसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी डॉ.पवन मालुसरे, इस इंजेक्शन के मामले में शामिल शुभम सोनटक्के, शुभम किल्लेकर, नर्स पूनम सोनोने व अनिल पिंजरकर आदि सभी की जमानत बुधवार को स्थानीय न्यायालय ने रद्द कर दी है. इस मामले में फिलहाल डॉ.राठोड, डॉ.मालुसरे व नर्स सोनोने यह अंतरिम जमानत पर बाहर है तथा अनिल पिंजरकर कोविड अस्पताल में तथा शेष आरोपी अस्थायी जेल में रखे गए है. अब पुलिस इन आरोपियों को फिर से हिरासत में लेकर पीसीआर के लिए उन्हें न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया आर्थिक अपराध शाखा की ओर से आरंभ की गई है. यह जानकारी आर्थिक अपराध शाखा के पीआई शिवाजी बचाटे ने दी.

 

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