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डफरीन का काम 97 कर्मचारियों के भरोसे

अस्पताल में मनुष्य बल का अभाव

* 154 में से 57 पद रिक्त
* अस्पताल प्रशासन द्वारा पदभर्ती के भेजे प्रस्ताव की शासन द्वारा अनदेखी
अमरावती/दि.21-जिला स्त्री अस्पताल यानि डफरीन में मनुष्यबल का अभाव होने से मरीजों को काफी परेशानी सहन करनी पड़ रही है. यहां कार्यरत कर्मचारियों पर संपूर्ण अस्पताल का भार होने से उन्हें भी तनाव से गुजरना पड़ रहा है. वर्ग एक व दो सहित नर्सिंग, ठेका ऐसे कुल 154 पद मंजूर है. लेकिन प्रत्यक्ष में 97 पद भरे गए हैं. वहीं 57 पद अब भी रिक्त होने से अस्पताल ऑक्सीजन पर है. प्रत्येक चरण में मनुष्यबल कम होने से उपलब्ध कर्मचारी कहां तक काम कर सकेंगे, वहीं मरीजों को उचित उपचार कैसे मिलेगा, ऐसा प्रश्न फिलहाल किया जा रहा है.
डफरीन अस्पताल में जिलेभर से नहीं बल्कि मध्य प्रदेश आदि राज्यों से भी रोज गर्भवती महिलाएं प्रसूति के लिए भर्ती होती है. सर्वसाधारण हर रोज ओपीडी संख्या 200 से अधिक होती है. जिले का यह एकमात्र रेफर सेंटर है. 20 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल में कभी भी 300 से अधिक मरीज उपचार के लिए आते हैं. लेकिन महिलाओं पर उचित उपचार नहीं होने की शिकायतें बार-बार स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से रिश्तेदारों द्वारा की जाती है. प्रसूति दरमियान माता व बालक की मृत्यु होने की भी घटना बड़े पैमाने में घटती है. लोकसंख्या की तुलना में सुविधा व अधिकारी कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि करना आवश्यक है. लेकिन मंजूर पद भी पूरी तरह भरे नहीं गए है. वर्ग एक एवं दो के जिसमें निवासी वैद्यकीय अधीक्षक, बधिरीकरण तज्ञ, बालरोग तज्ञ व स्त्रीरोग तज्ञ (प्रसूती), इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ आदि महत्वपूर्ण पद भी रिक्त रहने के साथ ही वर्ग 4 के कर्मचारियों की संख्या कम होने से अस्पताल में गंदगी का साम्राज्य फैला है. जिसके चलते मंजूर रिक्त पद तत्काल भरे जाएं, ऐसी मांग की जा रही है.
* निधि के अभाव में नई इमारत का काम रुका
डफरीन की अधूरी सुख सुविधाओं के कारण अस्पताल परिसर में ही 200 बिस्तरों की नई इमारत का निर्माणकार्य शुरु है. 26 सितंबर 2022 को डफरीन के एसएनसीयू विभाग में व्हेंटिलेटर स्फोट की घटना के बाद नई इमारत के काम को गति दी गई थी. जनवरी 2023 तक इस इमारत का काम पूर्ण होकर यह इमारत मरीजों के लिए खुली रहेगी, ऐसा विश्वास था. इसके लिए करीबन 13 करोड़ रुपए की निधि की मांग की गई है. लेकिन निधि न आने से इन नई इमारत का काम ठंडे बस्ते में है.
* वर्गवारीनुसार रिक्त पद भरने बाबत वरिष्ठों को प्रस्ताव
अस्पताल में प्रसूती के लिए 200, एसएनसीयू विभाग में 27 बिस्तरों की सुविधा है. संपूर्ण जिले से मरीज आने के कारण उपलब्ध बिस्तरों से अधिक दाखिल मरीजों की संख्या है. ऐसे समय स्पेस एडजस्ट किया जाता है. अस्पताल में मनुष्य बल का अभाव है. परिणामस्वरुप यहां के अधिकारी व कर्मचारियों पर अतिरिक्त काम का बोझ आता है. वर्गवारीनुसार रिक्त पद भरने के संदर्भ में वरिष्ठों को प्रस्ताव भेजा गया है.
– डॉ. विनोद पवार, वैद्यकीय अधीक्षक, डफरीन अस्पताल

ऐसे है मंजूर व रिक्त पद
वर्गवारी मंजूर भरे गए रिक्त पद
वर्ग-1 5 3 2
वर्ग-2 19 14 5
वर्ग-3 60 42 18
(नर्सिंग)
वर्ग-4 70 38 32
(कंत्राटी)
कुल 154 97 57

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