* एक-दूसरे से भिडने पर आमादा हो गए थे दोनों पार्टी के कार्यकर्ता
* कांग्रेस का भारी जमघट, तो भाजयुमो के कार्यकर्ता थे कम
* दोनों दलों ने एक-दूसरे पर लगाए बेशर्मी के आरोप
अमरावती/दि.17 – जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्बारा विगत दिनों पुलवामा हमले के संदर्भ में दिए गए इस बयान को लेकर इस समय कांग्रेस द्बारा पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला गया है. जिसके तहत प्रदेश कांग्रेस के आदेश पर अमरावती शहर व जिला कांग्रेस ने आज स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के समक्ष ‘शर्म करों मोदी सरकार’ नामक आंदोलन किया. वहीं पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख के नेतृत्व में किए गए इस आंदोलन के जवाब में भाजपा की युवा ईकाई भाजयुमो द्बारा ‘दल बदलू नेता शर्म करो’ आंदोलन किया गया. दोनों ही आंदोलन एक ही समय होने के चलते कांग्रेस व भाजयुमो के नेता व पदाधिकारी बिल्कुल आमने-सामने आ गए थे और एक-दूसरे के साथ भिडने पर भी आमादा हो गए थे. जिसके चलते जिलाधीश कार्यालय के समक्ष स्थिति काफी हद तक तनावपूर्ण बन गई थी. ऐसे में पुलिस को हालात नियंत्रित रखने हेतु काफी मशक्कत करनी पडी. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, जिलाधीश कार्यालय पर जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी जमघट था, वहीं उनके मुकाबले भाजयुमो कार्यकर्ताओं की गिनती काफी कम थी. ऐसे में भाजयुमो कार्यकर्ताओं को अपने सामने देखते ही कांगे्रस कार्यकर्ताओं ने बडे जोश में आकर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ की जोरदार नारेबाजी करनी शुरु कर दी. वहीं भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्बारा कांग्रेस के आंदोलन में खलल डालने का पूरा प्रयास किया जाता रहा. ऐसे में जिलाधीश कार्यालय के समक्ष काफी देर तक तनाव और टकराव वाली स्थिति बनी रही.
* कांग्रेस ने निकाली मोदी सरकार की शर्म
– पुलवामा हमले और 40 जवानों की शहादत को लेकर किया उग्र प्रदर्शन
पुलवामा हमले के समय जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहने वाले सत्यपाल मलिक द्बारा हाल ही में इस विषय को लेकर अपने साक्षात्कार में बेहद गंभीर व सनसनीखेज बातें कहीं थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि, उनके द्बारा सैनिकों को डिप्लॉय करने हेतु हेलीकॉफ्टर की मांग की गई थी. जिसे केंद्र सरकार द्बारा ठूकरा दिया गया था. ऐसे में सैनिकों को मजबूरन सडक मार्ग के जरिए भेजना पडा और पुलवामा के निकट आरडीएक्स विस्फोर्ट में 44 सैनिकों की जान गई. वहीं इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें चूप रहने के लिए कहा और आरएसएस के संगठन महासचिव ने उन्हें 300 करोड रुपए की ऑफर दी थी. पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इन आरोपों को आधार बनाते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार को सवालों के घेरे में खडा करना शुरु कर दिया और लोकसभा चुनाव में लाभ उठाने हेतु पुलवामा की साजिश रचकर 40 जवानों की बली चढाने का आरोप लगाते हुए ‘शर्म करो मोदी शर्म करो’ आंदोलन राज्य स्तर पर किया गया. इसके तहत आज सोमवार 17 अप्रैल की सुबह 11 बजे स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के समक्ष शहर व जिला कांग्रेस कमेटी के सभी नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उपस्थित रहकर केंद्र सरकार और भाजपा का जमकर निषेध किया.
पूर्व पालकमंत्री व कांग्रेस नेता डॉ. सुनील देशमुख, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत तथा पूर्व महापौर विलास इंगोले व मिलिंद चिमोटे की अगुवाई में किए गए इस आंदोलन में कांग्रेस पदाधिकारियों ने ‘जवानों के हत्यारों को, जूते मारो सालो को,’ ‘शर्म करो शर्म करो, मोदी तुम शर्म करो’ और ‘गली-गली में शोर है, चौकीदार सच में चोर है’ जैसे नारे लगाए. साथ ही केंद्र सरकार से जानना चाहा कि, पुलवामा हमले में प्रयुक्त 300 किलो आरडीएक्स कहा से आया था और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयान कहा तक सत्य है, इसका जवाब देश की जनता को कब तक मिलेगा.
इस आंदोलन में विजय वानखडे, दिलीप कालबांडे, मानिल देशमुख, किशोर देशमुख, संजय मोरे, अभिनंदन पेंढारी, सुरेंद्र देशमुख, विक्की वानखडे, वैभव देशमुख, प्रदीप अरबट, भैयासाहब निचल, किशोर रायबोले, राजीव भेले, अमर भेरडे, भैया पवार, नंदकिशोर कुयटे, प्रा. बी.टी. अंभोरे, यासिर भारती, अरुण बनारसे, प्रकाश पहुरकर, सुनील धांडे, अमर देशमुख, मोहन पुरोहित, श्रीधर पुरोहित, रविंद्र शिंदे, अजू ठेकेदार, सुजाता झाडे, आशा अघम, शीतल देशमुख, शोभा शिंदे, जयश्री वानखडे, अस्मा परवेज, शेख कलाम, अतुल कालबांडे, किरण साहुरकर, प्रा. डॉ. अनिल देशमुख, प्रा. सुनील कांडलकर, डॉ. मतीन अहमद, विजय खंडारे, मो. निजाम, जावेद साबिर, गोपाल घोरमाडे, विजय खंडारे, राजेंद्र सुरोशे, अब्दूल रफीक पत्रकार, शादीक शहा, अकील बाबू, अशोक डोंगरे, अर्पणा मकेश्वर, सतीश काले, मैथिली पाटिल, कृतिका वनवे, सुरेश इंगले, मुन्ना राठोड, मोहम्मद निजाम, गजानन राजगुरे, योगेश भुयार, सुनील धांडे, दिनेश खोडके, अंकुश केशरवानी, नीलेश गुहे, समीर जवंजाल, ज्ञानेश्वर कुर्वे, प्रकाश शिरभाते, सागर यादव, देवयानी कुर्वे, संकेत साहू, छाया पाथरे, गजेंद्र पाथरे, सचिन निकम, राहुल तायडे, दिपक लोखंडे, अरुण रामेकर, राजेंद्र शेरेकर, लखन यादव, बाबू अमृतकर व दिलीप शेटे आदि सहित शहर व जिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयुआई, एससी-एसटी सेल, अल्पसंख्यक सेल, सेवादल व ट्रान्सपोर्ट के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
* भाजयुमो ने किया प्रति आंदोलन
– कांग्रेस के आंदोलन का किया पुरजोर विरोध
जिस समय कांग्रेस द्बारा जिलाधीश कार्यालय के समक्ष ‘शर्म करो मोदी सरकार’ आंदोलन किया जा रहा था. ठीक उसी समय भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री बादल कुलकर्णी व शहराध्यक्ष प्रणित सोनी के नेतृत्व में भाजयुमो पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिलाधीश कार्यालय के समक्ष ‘दल बदलू नेता, शर्म करो’ नामक प्रति आंदोलन किया. इस समय भाजयुमो पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि, पीएम मोदी की शर्म निकालने वाले पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख को जब कांग्रेस ने परिवारवाद के चलते बाहर का रास्ता दिखाकर पार्टी के बाहर निकाल दिया था. तब मोदी और भाजपा ने ही उन्हें आसरा देने के साथ ही उनका राजनीतिक पुनर्वसन किया था. साथ ही विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल का उपाध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने के साथ ही पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया था. लेकिन वर्ष 2019 के चुनाव पश्चात राज्य में जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ और महाविकास आघाडी की सरकार बनी, तो डॉ. देशमुख तुरंत ही भाजपा के ऐहसानो को भूलकर एक बार फिर कांग्रेस में चले गए. लेकिन वे यह भूल गए है कि, अगर भाजपा ने उनका राजनीतिक पुनर्वसन नहीं किया होता, तो आगे चलकर कांग्रेस भी उन्हें पूछने वाली नहीं थी. ऐसे में पार्टी बदलकर कांगे्रस में जाने के बाद डॉ. देशमुख कम से कम अपनी भाषा का नियंत्रण रखना चाहिए. साथ ही पीएम मोदी की शर्म तक पहुंचने से पहले नैतिकता को लेकर अपने गिरेबान में झाकना चाहिए और उन्होंने आज तक पीएम मोदी को लेकर जिस तरह से निम्नस्तर की भाषा का प्रयोग किया है, उसके लिए उन्होंने खुद पर शर्म महसूस करनी चाहिए.
इस प्रति आंंदोलन में भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री बादल कुलकर्णी, शहराध्यक्ष प्रणित सोनी, शहर महासिचव भूषण हरकूट, सागर महल्ले, शहर उपाध्यक्ष शुभम वैष्णव, संगम गुप्ता, तुषार चौधरी, प्रवीण रुद्रकार, मंडल अध्यक्ष श्याम साहू, सोशल मीडिया प्रमुख दिपेश रिछारिया, कामगार आघाडी शहराध्यक्ष राहुल जाधव, अंकुश गुजर, अनंत गावंडे, अखिलेश किल्लेदार, निरंजन दुबे, आशिष चांडक, अश्विन राउत, ऋषिकेश चौबे, रोहित काले, रोहन खराबे व आकाश कविटकर सहित अनेकों भाजयुमो पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.