संभाग के 23798 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती को नुकसान
बाढ में दो लोग बहे, 589 मकानों को क्षति
* 10 मकान ढहे, यवतमाल जिले में सर्वाधिक कहर
अमरावती/ दि. 29- संभाग के पांचों जिलों में बारिश का कहर जारी है. इस बारिश से पांचों जिलों में किसानों की 23798 हेक्टेयर क्षेत्र की खेती को भारी नुकसान पहुंचा है. नदी-नालों में बाढ आने से यवतमाल जिले की एक महिला और अमरावती जिले के एक व्यक्ति की बहने से मृत्यु हुई है. इसके अलावा 589 मकानों को क्षति पहुंची है. इसमें दस मकान पूरी तरह से ढह गए हैं. यवतमाल जिले के 472 और अमरावती जिले के 117 मकानों को नुकसान पहुंचा है. सर्वाधिक नुकसान यवतमाल जिले में हुआ है.
पिछले तीन सप्ताह से अमरावती समेत विभाग के सभी जिलों में भारी वर्षा हो रही है. अमरावती और यवतमाल जिले में सर्वाधिक बारिश है. इन जिलों में हुई अतिवृष्टि के कारण नदी-नाले उफान पर है. पिछले दो दिनों में अमरावती जिले में 9903 और यवतमाल जिले में 13895 हेक्टेयर क्षेत्र की खेती को नुकसान पहुंंचा है. अमरावती जिले में 30 हेक्टेयर आर क्षेत्र की खेती की फसल बाढ के पानी में बह गई है. इसके अलावा 589 मकानों को क्षति पहुंची है. इसमें यवतमाल के 472 और अमरावती जिले के 117 मकानों का समावेश है. दस मकान पूूरी तरह ढह गए है. इसमें अमरावती जिले के 7 और यवतमाल जिले के 3 मकानों का समावेश है. अतिवृष्टि होने से यवतमाल जिले के 22 और यवतमाल जिले के 18 राजस्व मंडल में अधिक नुकसान हुआ है. कपास, सोयाबीन, तुअर की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. अनेक क्षेत्र के खेतों में जलजमाव रहने से फसलें पानी में है और अनेक स्थानों की फसलें नष्ट हो गई है.
महिला समेत दो बहे
भारी वर्षा और मूसलाधार बारिश के कारण यवतमाल के शास्त्रीनगर निवासी बेबीताई दौलतराव घोडमारे (60) नामक महिला की मृत्यु हो गई. अमरावती जिले के वरुड तहसील में आने वाले वडाला ग्राम निवासी उपासराव राऊत (75) नामक व्यक्ति अपनी पालतू गाय गुरुवार को दोपहर में चराने के लिए घर से निकले थे . लेकिन रात तक वह नहीं लौटे, इस कारण उनकी तलाश शुरु की गई. शुक्रवार की शाम उनका शव नदी में दिखाई दिया. गाय चराते समय वे नदी के तेज बहाव के चपेट में आ गए. सिर पर मार लगने से उनके डूबने का अनुमान लगाया गया है. पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज की है.
दस मवेशियों की मौत
अमरावती विभाग का पांच जिलों में भारी वर्षा के कारण आयी बाढ से दस मवेशियों की मृत्यु हुई है.इनमें अमरावती जिले के 2 और यवतमाल जिले के 8 मवेशियों का समावेश है.
52 परिवार स्थलांतरित
अमरावती विभाग के पांचों जिलों में भारी वर्षा के कारण 52 परिवार स्थलांतरित किए गए है. इनमें अकोला जिले के 47 और अमरावती जिले के 5 परिवार का समावेश है. यवतमाल जिले में औसतन 44.90 मि.मी. बारिश 24 घंटे मे ंहुई है. जबकि अमरावती जिले में 29.6, अकोला 2.4, बुलढाणा 2.9 और वाशिम जिले में 5.7 मि.मी. बारिश दर्ज हुई है.
वणी तहसील के 7 गांवों में बाढ
यवतमाल जिले के सात गांवों में भारी वर्षा के चलते बाढ आ गई थी. वर्धा नदी का जलप्रवाह बढने से बाढ आ गई. यवतमाल समेत चार तहसीलों को अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है. लगातार बारिश के कारण अमरावती जिले के अप्परवर्धा के अलावा निम्नवर्धा बांध के दरवाजे खोलकर पानी वर्धा नदी में छोडे जाने से यह बाढ आ गई. वणी तहसील के भुरकी, चिंचोली, सावंगी, शेलुखुर्द, शिवनी जहांगीर, जुगाद और साखरा गांव को नुकसान पहुंचा. इन सातों गांवों का शुक्र वार की रात तक संपर्क टूटा हुआ था. प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए थे.