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स्वास्थ्य महकमे में हडकंप
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प्रतिबंधात्मक उपायों को लेकर दौडभाग
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सरकारी व निजी अस्पताल हाउसफुल्ल
अमरावती/दि.27- महानगर पालिका व जिला परिषद के स्वास्थ्य महकमे द्वारा समय रहते ऐहतियाती कदम नहीं उठाये जाने और बार-बार चेताये जाने के बावजूद संभावित खतरे की अनदेखी किये जाने के चलते आज समूचा अमरावती जिला डेंग्यू की संक्रामक बीमारी की चपेट में है और शहरी सहीत ग्रामीण इलाकों में बडे पैमाने पर डेंग्यू संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. जिसकी वजह से तमाम निजी व सरकारी अस्पताल लगभग हाउसफुल्ल हो गये है. इस समय समूचे जिले में डेंग्यू के 148 पॉजीटीव मरीज पाये जा चुके है. इससे तीनगुना अधिक संख्या डेंग्यू संदेहितोें की है. वहीं गत वर्ष के अगस्त माह की तुलना में यह संख्या लगभग दोगुनी अधिक है.
बता दें कि बीते वर्ष इस पूरे बारिश के मौसम दौरान डेंग्यू के कुल 260 मरीज पाये गये थे. वहीं इस वर्ष महज एक माह में यह आंकडा 150 से अधिक पर जा पहुंचा है. जिससे आम नागरिकों सहित स्वास्थ्य महकमे में भी हडकंप व्याप्त है. इस समय महानगरपालिका पूरी तरह से अपने वित्तीय हितों से संबंधित मामलों में उलझी हुई है. वहीं जिला परिषद में अधिकारियों व कर्मचारियो की लापरवाही व कामचोरी की समस्या व्याप्त है. इन्हीं दो वजहों के चलते शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में डेंग्यू व चिकन गुनिया की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है. यूं तो महानगरपालिका ने साफ-सफाई संबंधी कामों के लिए शहर के सभी प्रभागों में 50-50 से अधिक सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की है. किंतु सफाई ठेकेदारों व अधिकारियों की आर्थिक मिलीभगत और सफाई कर्मचारियों की कागजी उपस्थिती की वजह से कई प्रभागों में साफ-सफाई की व्यवस्था का नितांत अभाव देखा जा सकता है. यूं तो मनपा व जिला परिषद ने चेतावनी जारी की है कि, यदि किसी भी नागरिक के घर में लार्वा (डेंग्यू के मच्छर) पाये जाते है, तो उन पर दंड लगाया जायेगा. किंतु हकीकत यह है कि, खुद मनपा व जिला परिषद से संबंधित विभिन्न कार्यालयों के आसपास ही डेंग्यू को निमंत्रण देने हेतु बडे पैमाने पर गंदगी व पानी जमा है. ऐसे में इसे चिरागतले अंधेरावाली स्थिति कहा जा सकता है.
इस समय शहर के जिला सामान्य अस्पताल, सुपर स्पेशालीटी अस्पताल तथा निजी अस्पतालों में बडे पैमाने पर डेंग्यू संक्रमित मरीज भरती है. साथ ही लगभग सभी अस्पतालों की ओपीडी भी मौसमी बूखार से पीडित मरीजों से भरी पडी है. ऐसे में इस बीमारी के तेजी से फैलते संक्रमण की महज कल्पना की जा सकती है.
शहर सहित जिले में तेजी से फैल रहे डेंग्यू संक्रमण को देखते हुए अब हर ओर कीटनाशक दवाईयों की फवारणी व धुवारणी का काम शुरू किया गया है और दोनों ही विभागों के स्वास्थ्य महकमों द्वारा अब काफी दौडभाग की जा रही है. जिसके तहत सारा डेटा इकठ्ठा किया जा रहा है और ग्रामीण इलाकों में अधिकारियों व मोबाईल वैन के दौरे शुरू किये गये है. वहीं मनपा क्षेत्र में भी स्थानीय प्रशासन द्वारा कई प्रतिबंधात्मक उपाय किये जा रहे है, लेकिन इसे सांप निकल जाने के बाद लाठी पीटना कहा जा सकता है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत माह दैनिक अमरावती मंडल द्वारा शहर में व्याप्त कचरे की समस्या, साफ-सफाई की व्यवस्था के अभाव तथा तेजी से फैल रहे डेंग्यू के खतरे को लेकर लगातार पंद्रह दिनों तक समाचारों की श्रृंखला प्रकाशित की गई थी. उस समय रोजाना प्रकाशित होनेवाली खबरों की वजह से मनपा प्रशासन कुछ समय के लिए हडबडाकर जागा और फवारणी-धुवारणी करने के साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था को लेकर थोडी-बहुत लिपापोती करने का प्रयास किया गया. किंतु उसके बाद हालात एक बार फिर जस के तस हो गये. यहीं वजह है कि, डेंग्यू की बीमारी को फैलने का मौका मिला और आज शहर सहित जिले में अनेकों लोग इस बीमारी के संक्रमण की चपेट में है. साथ ही अब तक कुछ लोगों की इस संक्रमण के चलते मौत भी हो गई है.
बॉक्स, फोटो बबलू शेखावत व विलास इंगोले
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विपक्ष ने प्रशासन को घेरा
वहीं अमरावती महानगर पालिका क्षेत्र में लगातार पांव पसार रही डेंग्यू की समस्या को देखते हुए जल्द से जल्द प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाएं करने हेतु मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत तथा पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले द्वारा निगमायुक्त प्रशांत रोडे को एक निवेदन सौंपा गया है. इस निवेदन में कहा गया है कि, विगत डेढ-दो वर्षों से सभी लोग कोविड संक्रमण से जूझते रहे और लॉकडाउन के चलते सभी की आर्थिक स्थिति काफी बिकट हो गई है. वहीं अब डेंग्यू की संक्रामक महामारी की वजह से भी अनेकों परेशानियां उठानी पड रही है. ऐसे में प्रशासन की ओर से मरीजों के इलाज हेतु तमाम आवश्यक उपाय शुरू किये जाये. साथ ही साथ बीमारी का संक्रमण रोकने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जाये.