दाउदी बोहरा समाज ने सादगीपूर्ण ढंग से मनायी ईद
अपने-अपने घरों पर रहकर अदा की ईद की नमाज
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फोन व सोशल मीडिया के जरिये एक-दूसरे को दी ईद की बधाईयां
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – स्थानीय दाउदी बोहरा समाज बंधूओं द्वारा माहे रमजान के तहत पूरे 30 रोजे रखने के बाद इजिप्तीशियन (मिस्र) कैलेंडर के मुताबिक मंगलवार 12 मई को बडे हर्षोल्लास के साथ रमजान ईद का पर्व मनाया गया. किंतु फिलहाल जारी कोविड संक्रमण काल को देखते हुए हर किसी ने अपने-अपने घर पर ही रहकर ईद की नमाज अदा की और देश सहित दुनिया को कोविड संक्रमण के खतरे से मुक्ति दिलाने हेतु दुआएं भी पढी गयी.
बता दें कि, माहे रमजान के अवसर पर गुजरात निवासी आमील साहब शेख गुलाम अब्बास भाई बुरहानपुरवाला का अमरावती आगमन हुआ था और उन्होंने दाउदी बोहरा समाज के सर्वोच्च धर्मगुरू सैय्यदना साहब द्वारा कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए जारी की गई गाईडलाईन का पूरे रमजान माह के दौरान दाउदी बोहरा समाज बंधुओं से पालन करवाया. इस दौरान किसी को भी जमातखाने यानी मस्जिद में आने की अनुमति नहीं दी. बल्कि सभी परिवारों में बुजुर्गों को इमामत की अनुमति देते हुए अपने परिजनों को नमाज पढाने का जिम्मा सौंपा गया था. इसके तहत सभी ने पूरे एक माह तक अपने घर पर ही रहते हुए रोजा रखने के साथ ही नमाजे अदा की. साथ ही रमजान ईद के पर्व पर भी सभी ने अपने-अपने घर पर रहते हुए ही त्यौहार मनाया और घर के बडे सदस्यों की इमामत में नमाज अदा करते हुए देश व दुनिया को कोविड संक्रमण की बीमारी से मुक्ति मिलने की और हालात पहले जैसे होने की दुआ पढी गयी. इसके पश्चात सभी दाउदी बोहरा समाज बंधूओं ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों को फोन व सोशल मीडिया के जरिये रमजान ईद के पर्व की शुभकामनाएं दी.
उल्लेखनीय है कि, प्रति वर्ष रमजान ईद के पर्व पर दाउदी बोहरा समाज के महिला व पुरूष तथा छोटे बच्चे स्थानीय सराफा बाजार परिसर स्थित दाउदी बोहरा मस्जिद यानी जमातखाना में एकत्रित होते है. यहां पर आमिल साहब द्वारा रमजान ईद का खुतबा पढने के साथ ही ईद की नमाज अदा करवायी जाती है और सभी लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते है. किंतु विगत वर्ष से चले आ रहे कोविड संक्रमण के खतरे की वजह से लगातार दूसरे वर्ष ईद का पर्व बडे सादे व सामान्य ढंग से मनाना पडा और सभी लोगों को अपने-अपने घरों पर ही रहकर ईद की नमाज अदा करनी पडी, क्योंकि इस समय संचारबंदी सहित सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का बेहद कडाईपूर्वक पालन करवाया जा रहा है और सैय्यदना साहब के निर्देश पर आमिल साहब ने सभी दाउदी बोहरा समाज बंधूओं से सरकारी व प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करने का आवाहन किया था. ऐसे में दाउदी बोहरा समाज ने कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए रमजान ईद का पर्व मनाया.