डॉ विजय वर्मा पर जानलेवा हमला
-
लोहे की रॉड से दोनों पैर तोडे
-
आरोपी राहुल का थाने में सरेंडर
-
पट्टलवार लाइन में सुबह -सुबह खून बहा
परतवाडा/प्रतिनिधि दि.३० – जुडवाशहर सहित सीमावर्ती मध्यप्रदेश के मरीजो के बीच मसीहा समझे जाते शहर के सुख्यात जनरल प्रैक्टिशनर डॉ. विजय वर्मा पर आज सुबह उन्ही के घर के सामने रहनेवाले युवक ने जानलेवा हमला कर दिया. गौरतलब है कि परतवाडा पुलिस स्टेशन के बिल्कुल समीप ही डॉ. वर्मा का दवाखाना व घर स्थित है. इस जानलेवा हमले के समय थाने के ड्यूटीरत अधिकांश अधिकारी व कर्मचारी ईद ए मिलादुन्नबी के बंदोबस्त पर तैनात थे. डॉ. विजय वर्मा पर यह हमला पूर्व नियोजित बताया जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ वर्मा के घर के सामने ही मूलतः कविठा ग्राम निवासी दादाराव आखरे रहता है. मोहल्ले में रहनेवाले लोगों से मिली जानकारी के अनुसार विगत कुछ वर्षों से डॉ. वर्मा और आखरे परिवार के बीच वाहन खडे करने को लेकर और कार धोने के विषय पर अनेक मर्तबा झंझट-झगडे हो चुके है. अभी कोरोना महामारी काल मे ही डॉ वर्मा की पत्नी व पूर्व नगराध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने आरोपी दादाराव आखरे के खिलाफ थाने में अश्लील गाली गलौच और छेडछाड की शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया था और आरोपी को भादंवि ३५४ में भी कोरोना का कारण बताकर तत्काल जमानत दे दी थी. अपने खिलाफ विनयभंग की शिकायत दिए जाने से आखरे परिवार आहत था और ‘अब मै जमानत पर बाहर आ गया हूँ, तुझे जरूर देख लूंगा‘ इस आशय की धमकी भी डॉ वर्मा को दिए जाने की जानकारी आज प्रत्यक्षदर्शियों ने दी है. आज सुबह ११ बजे के करीब डॉ वर्मा बाहर से अपनी कार लेकर घर पहुंचे. उन्होंने अपनी कार घर के सामने सडक की दूसरी ओर आखरे के घर के तरफ सडक के नीचे पार्क की और घर की ओर जाने लगे थे. तभी मौके की फिराक में तैयार ही बैठे राहुल दादाराव आखरे (२८) ने पीछे से वर्मा पर हमला कर दिया. अपने हाथ मे लोहे की रॉड लेकर किसी जुनूनी समान राहुल ने वर्मा के दोनों पैरों पर धडाधड वार कर दिए. अप्रत्याशित हुए हमले से वर्मा को मदद के लिए चिल्लाने का मौका भी नसीब नहीं हुआ. वो अधमरी हालत में घर के सामने ही असहाय अवस्था मे गिर गए. तत्काल उन्हें स्थानीय एक निजी अस्पताल में उपचार हेतु ले जाया गया. घटनास्थल पर बडे पैमाने पर खून बिखरा हुआ नजर आया. आरोपी ने वर्मा को लक्ष्य करते हुए सोची-समझी साजिश के तहत हमला करने की बात सूत्रों ने कही है. आरोपी ने डॉ. वर्मा के कमर के ऊपर शरीर पर एक भी वार नही किया है. इधर जैसे ही घटना की खबर घर मे मौजूद वर्मा की पत्नी लक्ष्मी और उनके पुत्र अमित व साजन को लगी, वो तुरंत दौडते हुए बाहर आये. तब तक कुछ लोग डॉ. वर्मा को अस्पताल ले जा चुके थे. साथ ही घटनास्थल पर तौबा गर्दी जमा होने लगी थी. इस समय तक डॉ. विजय वर्मा को चाहनेवाले और माननेवालों का गुस्सा भी फूट पडा. कुछ लोगो ने आखरे के घर के सामने खडी दुपहिया और क्रूजर वाहन की तोडफोड कर डाली तथा आखरे के घर का दरवाजा भी जोर-जोर से ठोका गया. साथ ही आखरे पिता-पुत्र को बाहर निकलने ललकारा गया था. लेकिन मौका-ए-वारदात पर भीड जमा होंने से पूर्व ही आरोपी राहुल आखरे और उसके पिता दादाराव आखरे ने थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया था.
जानकारी के अनुसार डॉ. वर्मा की हालत गंभीर बताई जाती है. आरोपी ने वर्मा के पैरों को टारगेट कर इतनी बुरी तरह हमला किया है कि दोनों भी पैरों में अनगिनित फ्रैक्चर होने की संभावना जताई जा रही है. स्थानीय अचलपुर रोड स्थित एक आर्थोपेडिक सर्जन के यहां ले जाये गये डॉ. वर्मा को योग्य उपचार के लिए नागपुर लेकर जाने की बात उनके करीबियों ने बताई है. ईद जैसे त्योहार के दिन सुबह-सुबह हुए इस जानलेवा हमले से शहरवासी सकते में आ गए. मुस्लिम समाज मे भी डॉ. वर्मा की काफी प्रतिष्ठा है. अनेक लोग तो ईद का जुलूस निपटकर डॉ. वर्मा के हाल-चाल व खैरियत जानने अस्पताल भी पहुंच गए थे. इस संदर्भ में डॉ के बडे पुत्र अमित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. खबर लिखे जाने तक पुलिस ने अपराध दर्ज नही किया था. आगे पुलिस जांच कर रही है.