अमरावती /दि.६- बीते दिनों आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के चिखलदरा निवासी दो वर्षीय बच्चे की तबियत खराब होने पर तंत्र-मंत्र पर विश्वास करते हुए उसका अघोरी पध्दति से इलाज किये जाने का मामला सामने आया था. जिसके तहत इस बच्चे के पेट पर लोहे की गर्म सलाख से दाग दिये गये थे. पश्चात बच्चे की हालत बुरी तरह बिगड जाने पर उसे जिला सामान्य अस्पताल में भरती कराया गया था. जहां पर इलाज के दौरान आज इस बच्चे की मौत हो गयी. इसके साथ ही अशिक्षा व अंधश्रध्दा के मकडजाल में फंसे आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में एक और बच्चा भूमका व भगत बाबाओं द्वारा किये जानेवाले अघोरी इलाज की भेंट चढ गया. इस मामले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा पहले ही जारी किये जा चुके है. साथ ही उन्होंने खुद जिला सामान्य अस्पताल जाकर इस बच्चे का हाल-चाल जाना था. किंतु डॉक्टरों द्वारा तमाम प्रयास किये जाने के बावजूद इस बच्चे को बचाया नहीं जा सका.