नो मास्क नो पर्चेसिंग का दुकानदार ले निर्णय
जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा
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जनता ककफ्र्यू का निर्णय द्गजनता काद्घ
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बैंकों की ओर से किसानों को बांटा गया १ हजार करोड का कर्जा
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कल शाम तक ढाई लाख लोगों कराई गई जांच
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आज तकरीबन १ लाख परिवारों तक पहुंचेंगे स्वास्थ्य विभाग की टीम
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१८ – शहर सहित जिले में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ रही है. इस रफ्तार को नियंत्रण लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी अभियान की शुरुआत की गई हैं. इस अभियान के आयोजन और मिल रहे प्रतिसाद को लेकर जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने आज मीडिया को संबोधित किया.
जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी इस अभियान का उद्देश्य है ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनको उचित मार्गदर्शन किया जाए. बीते १५ सितंबर से १० अक्तूबर तक यह अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत हाईरिस्क मरीजों के अलावा संदिग्ध मरीजों को ढुंढकर उनको उचित उपचार दिलाया जाएगा. १५ सितंबर को जहां स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने १० हजार ७७१ परिवारों को भेंट दी.
वहीं १६ सितंबर को ११ हजार ५१० परिवारों को भेंट दी गई. इन बीते दो दिनों में लक्षण पाये जाने वाले १४३ मरीज पाये गए, वहीं अन्य बीमारियों के २ हजार मरीज पाये गए. जबकि १७ सितंबर की शाम तक स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने ६७ हजार घरों को भेंट दी. ढाई लाख लोगों की जांच की गई. इनमें से ४०० लोगों में सौम्य लक्षण पाये गए, वहीं ढाईसौं लोगों को कोविड सेंटर में क्वारेंटाइन किया गया हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि आज ३० से ४० हजार परिवारों को स्वास्थ्य विभाग की टीम भेंट देगी.
इस दौरान तकरीबन १ लाख परिवारों तक यह टीमें पहुंचेगी. जिलाधिकारी नवाल ने कहा कि कोेरोना से बचाव के लिए सरकारी गाईडलाइन का पालन करना आवश्यक हैं. मास्क, सैनेटाइजर तथा सोशल डिस्टेंसिंग इन तीन सूत्रों का पालन करने से ही हम स्वयं को और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते है. नियमों को उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब सक्ति की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि अब तक १२ हजार रुपए की दंडात्मक कार्रवाई की गई हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि जनता कफ्र्यू लगाने का अभी कोई निर्णय नहीं है.
जनता ने यह कफ्र्यू खूद के लिए लगाना चाहिए. जनता यदि चाहे तो वह स्वयं कफ्र्यू घोषित कर सकती है, इसके लिए प्रशासन का सहयोग रहेगा. जनता ने खूद की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए. नियमों का पालन नहीं करने वालों पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी रहेगा. प्रेस ब्रीqफग में जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन में जीवनावश्यक वस्तुओं की खरीदारी करने के लिए छूट दे दी गई है. इसके बावजूद लोग मनमानी पर उतारु नजर आ रहे हैं. एक दूसरे के संपर्क में लोग आ रहे है, जिससे कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने की संभावना बढ रही है. शहर के चौक-चौराहों पर लगने वाली सामान विक्रेताओं की हाथगाडी, लोगों को हुजूम उमड रहा हैं. यहां पर लोग बगैर मास्क के नजर आते है, इतना ही नहीं तो हाथगाडी पर काम करने वाले दुकानदार भी बगैर मास्क के रहते है. ऐेसे में हाथगाडी विक्रेताओं ने यह सोचना चाहिए कि हम भी सुरक्षित रहे और ग्राहक भी. इसलिए दुकानदारों ने अब नो मास्क नो पर्चेसिंग का निर्णय लेना चाहिए. यदि व्यापारी यह निर्णय अमल में लाते है तो निश्चित तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होने के साथ ही लोगों को मास्क पहनने की आदत पड सकती है.
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सरकारी अस्पतालों में बेड की कोई कमी नहीं
प्रेस ब्रीफिंग में जिलाधिकारी ने कहा कि शहर के सरकारी अस्पतालों में कोविड संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कोई कमी नहीं है. निजी अस्पतालों में कुछ हद तक बेड की कमी महसूस हो सकती हैं. कोविड अस्पतालों में मरीजों का बेहतर उपचार कराया जा रहा है. हाईरिस्क वाले लोगों को नियमित रुप से सैनेटाइज किया जा रहा है, इसके अलावा सामाजिक संगठनाओं के माध्यम से लोगों के बीच जनजागृति भी बडे पैमाने पर की जा रही है. गाईडलाइन का पालन करना ही एकमात्र महत्वपूर्ण उपाय है. जनता का सहयोग मिलना ही हमारी अपेक्षा हैं.
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बैंकों ने किसानों को बांटे १ हजार करोड का कर्जा
खरीफ के लिए बैंकों की ओर से अब तक १ हजार करोड का कर्ज बांटा गया हैं. जिले के ग्रामीण इलाकों के किसानों के खाते में कर्ज की रकम भेजी गई है. इसलिए ब्रीफिंग में जिलाधिकारी ने बताया कि जनता को सुरक्षित रखना ही प्रशासन का एकमात्र उद्देश्य है. इसलिए जनता ने भी प्रशासन को हर संभव सहयोग करते हुए कोरोना महामारी से निपटने के लिए शतप्रतिशत सहयोग देना चाहिए. वहीं मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी अभियान के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की टीमों को आवश्यक सभी जानकारी देकर अपने परिवार को सुरक्षित रखने का जिम्मा उठाना चाहिए.