नई दिल्ली/दि.7- विगत जून माह के दौरान शिवसेना से बगावत करने के बाद शिंदे गुट ने खुद के ही असली शिवसेना रहने का दावा करते हुए शिवसेना के चुनाव चिन्ह ‘धनुष्य बाण’ पर अपना दावा ठोंका है. शिंदे गुट व उध्दव ठाकरे गुट के बीच सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी रहने के दौरान ‘धनुष्य बाण’ को लेकर चल रहा विवाद निर्वाचन आयोग के सामने पहुंच गया है. इसमें भी मुंबई के अंधेरी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव को देखते हुए माना जा रहा था कि, निर्वाचन आयोग द्वारा ‘धनुष्य बाण’ के संदर्भ में आज ही कोई निर्णय लिया जा सकता है. लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया कि, निर्वाचन आयोग आज इस मामले में कोई फैसला नहीं लेने जा रहा. जिसके चलते मामला एक बार फिर आगे टल गया है.
दोनोें गुटों की ओर से किये जा रहे दावे को देखते हुए माना जा रहा था कि, या तो यह चुनाव चिन्ह किसी एक गुट को मिलेगा, या फिर निर्वाचन आयोग द्वारा इसे ‘फ्रीज’ कर दिया जायेगा. ऐसी स्थिति में दोनों गुटों को कोई नया चुनावी चिन्ह आवंटित किया जायेगा. परंतु निर्वाचन आयोग ने इस फैसले को आगे टाल दिया.
बता दें कि, चुनाव चिन्ह के संदर्भ में आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु शिवसेना को दी गई समयावधि आज खत्म हो रही है. ऐसे में शिवसेना के ठाकरे गुट का प्रतिनिधि मंडल आज निर्वाचन आयोग से मिलकर आवश्यक सबूत व दस्तावेज पेश कर सकता है. जिसके बाद ‘धनुष्य बाण’ के बारे में निर्णय देने की तारीख निश्चित होगी. वहीं दूसरी ओर शिंदे गुट की ओर से भी ‘धनुष्य बाण’ को लेकर बेहद आग्रही भूमिका अपनायी गई है. जिसके तहत कहा गया है कि, ठाकरे के पास पार्टी के प्राथमिक सदस्यों का समर्थन ही नहीं रहने के चलते ठाकरे गुट द्वारा दस्तावेज पेश करने के लिए निर्वाचन आयोग से बार-बार समय बढाकर मांगा जा रहा है. अत: निर्वाचन आयोग ने अपना फैसला जल्द सुनाना चाहिए.