भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव में भारत माता को समर्पित
अकोला-अमरावती राजमार्ग के निर्माण का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
* केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के गौरवोद्गार
* राजपथ इन्फ्राकॉन-श्रम साधना स्मारक का उद्घाटन
अमरावती/दि. 23– अकोला-अमरावती राजमार्ग के निर्माण का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत माता की स्वतंत्रता की वर्षगांठ पर देश को समर्पित है, ऐसा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिनजी गडकरी ने कहा. वह राजपथ पर बडनेरा वाई पॉइंट पर बनाए गए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्तंभ स्मारक के अनावरण के अवसर पर बोल रहे थे.
* 50 मिनट में अमरावती से अकोला
उन्होंने कहा कि, यह विशेष प्रसन्नता की बात है कि यह रिकार्ड अमरावती-अकोला जिले में दर्ज हुआ है. इस अभिलेख के प्रतीक के रूप में खड़ा किया गया एक उत्कृष्ट स्तंभ स्मारक इस अभिलेख का प्रमाण है. जबकि किनारे के फ्लाईओवर पर देश को गौरवान्वित करने वाले व्यक्तित्वों के चित्र भी हैं, आसपास के क्षेत्र के बालगोपाल खुश हैं कि यह जगह यात्रा के लिए एक अच्छी जगह होगी. गडकरी ने यह भी कहा कि अब इस हाईवे की वजह से अमरावती और अकोला के बीच की दूरी महज 50 मिनट में तय की जा सकेगी. उन्होंने इस विश्व रिकॉर्ड कार्य के लिए राजपथ के सीएमडी जगदीश कदम, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सभी कर्मचारियों, अधिकारियों और सभी संबंधित व्यक्तियों को बधाई दी.
* वर्ल्ड रेकॉर्ड पर कॉफी टेबल बुक
इस कार्यक्रम के दौरान कंचन गड़करी , अनिल बोंडे, नवनीत राणा, प्रवीण पोटे पाटिल, प्रताप अडसड, सुलभा खोडके, वसंत खंडेलवाल, नगर आयुक्त, देवीदास पवार, भाजपा नेता किरण पातुरकर, दिलीपशिरूर, जयंतराव डेहनकर, राजपथ के सीएमडी जगदीश कदम, मोहना कदम आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे. इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा इस राजमार्ग के निर्माण और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया.
* मोदी के नेतृत्व में नए सोपान
भारतीय स्वतंत्रता के स्वर्णिम युग में प्रगति के नए सोपान पर अग्रसर होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं. इसी उद्देश्य से राजपथ इंफ्राकॉन नई अवधारणाएं और नई महत्वाकांक्षा के साथ काम कर रहा है. राजपथ इन्फ्राकॉन देश की एकमात्र निजी कंपनी है जिसने रोड कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. इस विश्व रिकॉर्ड की स्मृति में एक स्तंभ स्मारक बनाया गया है.
* 728 श्रमिकों के प्रति आभार
इस गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को एक सुनहरी याद बनाना ही इस स्तंभ स्मारक का उद्देश्य है. ’श्रम ही है सम्मान’ की नीति को अपनाकर इस राष्ट्रीय कार्य में सैकड़ों हाथ लगे. इस कार्य की सफलता हेतु निरंतर और समर्पित भावना से प्रयास करने वाले सभी 728 श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए इस स्तंभ स्मारक पर सभी श्रमिकों के नाम उकेरे गए हैं.
* पिछले वर्ष जून में बना था कीर्तिमान
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 पर अमरावती और अकोला के बीच 75 किलोमीटर से अधिक लंबे राजमार्ग की बिटुमिनस कंक्रीटिंग चरण-1 और चरण-2 में की गई है.
यह निर्माण कार्य 3 जून 2022 को सुबह 7:27 बजे शुरू हुआ 2022 शाम 5 बजे समाप्त हुआ. राजपथ ने लगातार 105 घंटे और 33 मिनट तक काम किया और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया.
* बुनियादी सुविधा क्षेत्र में रिकॉर्ड
कंपनी प्रमुख कदम ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार बुनियादी सुविधा निर्माण क्षेत्र में ऐसा विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया है और मुझे इसका हिस्सा बनने पर गर्व है. इस सफलता का जश्न मनाया जा है, बधाइयों की बौछार हो रही है, प्रशंसा के गीत गाए जा रहे हैं, मैं उन सैकड़ों हाथों का आभारी हूं जिन्होंने इस काम के लिए पसीना बहाया. मैं उनका उल्लेख करना, उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों को विनम्र स्वीकृति देना अपना कर्तव्य समझता हूं. आज, मैं न केवल राजपथ इन्फ्राकॉन के प्रमुख के रूप में बल्कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और अटूट विश्वास के माध्यम से बुने गए सामूहिक सपनों के एक विनम्र प्रबंधक के रूप में अपने विचार साझा कर रहा हूं.
राजपथ का नाम प्रतिष्ठित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अंकित होना एक ऐतिहासिक क्षण है. हमारे कार्य और लोकाचार को परिभाषित करने वाला यह विशाल स्तंभ स्मारक हमारे कार्य और लोकाचार के प्रतीक के रूप में खड़ा है, न केवल हमारी उपलब्धियों के प्रतीक के रूप में, बल्कि 105 घंटे और 33 मिनट के निरंतर श्रम में समर्पित हर प्रयास और सभी कार्यकर्ताओं की अटूट प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में भी है.