दलबदलू लोग हमें डीएनए न सीखायें
डॉ. बोंडे के बयान पर पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का पलटवार
अमरावती /प्रतिनिधि दि.२६ – जो लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए लगातार दल बदलते आये है, वे हमें डीएनए को लेकर कोई सीख न दे.क्योकि ऐसे लोगों का डीएनए भी दलबदलू है. इस आशय का पलटवार जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे के बयान को लेकर किया है.
बता दें कि, विगत दिनों कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चल रही उहापोह के बीच जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने ट्विट करते हुए कहा था कि, गांधी इस देश के डीएनए में है और यदि सोनिया गांधी ने अपना निर्णय पक्का कर लिया है, तो राहूल गांधी ने आगे बढकर कांग्रेस व देश की कमान संभालनी चाहिये. जिसे रि-ट्विट करते हुए पूर्व पालकमंत्री व भाजपा नेता डॉ. अनिल बोंडे ने कहा था कि, गांधी केवल कांग्रेसियों व पालकमंत्री ठाकुर के डीएनए में हो सकते है. इस देश के डीएनए में भगवान राम, भगवान कृष्ण, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज व डॉ. बाबासाहब आंबेडकर है. पूर्व पालकमंत्री व मौजूदा पालकमंत्री के बीच छिडे इस ट्विटर वॉर के संदर्भ में जब दैनिक अमरावती मंडल ने पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर से उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही, तो उनका कहना रहा कि, डॉ. बोंडे एक दलबदलू नेता है, जो कभी शिवसेना में थे, फिर कांग्रेस के भरोसे चुनाव जीते और अब भाजपा में है. डॉ. बोंडे को खुद उनके निर्वाचन क्षेत्र की जनता नकार चुकी है. अत: वे हमारे डीएनए के बारे में बात न ही करेें तो बेहतर है.
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, कांग्रेस के संस्कार सर्व धर्म समभाववाले है और उन्हें यह संस्कार अपने परिवार से विरासत में मिले है. जहां तक धार्मिक आस्थाओं का सवाल है, तो भगवान राम में सभी हिंदूओं की तरह उनकी भी अपार श्रध्दा है. लेकिन उन्होंने भगवान राम का उपयोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए नहीं किया. वहीं बात-बात में संविधान की दुहायी देकर केंद्र की सत्ता में बैठे लोग हर कदम पर संविधान का अपमान कर रहे है. साथ ही अपने राजनीतिक फायदे के लिए अलग-अलग समुदायों के बीच जातीय व धार्मिक तनाव पैदा कर रहे है. अत: ऐसे लोग कांग्रेसियोें को डीएनए के संदर्भ में कोई सलाह न दे, क्योकि हमें अपना डीएनए पता है और दलबदलूओं को चाहिए कि, वे अपने डीएनए की फिक्र करे.