अमरावती में सुखे मेवे की मांग बढी, पर दाम घटे
रोग प्रतिकारक शक्ति बढाने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाते है सुखे मेवे
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ -अमूमन यह होता है कि, यदि बाजार में किसी वस्तु की मांग और बिक्री बढ जाती है, तो उस वस्तु के दाम बढने शुरू हो जाते है. लेकिन इन दिनों ड्रायफु्रट (Dry fruit) के मामले को लेकर स्थिति थोडी उलट है. रोग प्रतिकारक क्षमता बढाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते सुखे मेवे की मांग और बिक्री इन दिनों बढ गयी है, लेकिन बावजूद इसके काजू, बादाम जैसे सुखे मेवों के दाम घट गये है.
कोरोना के चलते अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रही तनातनी का लाभ इस समय आम भारतीय ग्राहकों को हो रहा है. उल्लेखनीय है कि, ड्रायफु्रट बाजार में सर्वाधिक मांग अमरिकन बादाम को होती है. जिसके दूनिया में भारत और चीन ही दो सबसे बडे खरीददार है. लेकिन इस समय अमरिका व चीन के बीच चल रहे तनावपूर्ण हालात की वजह से चीन ने अमरिका से की जानेवाली बादाम की खरीदी को रूकवा दिया है. साथ ही अफगाणिस्तान व पाकिस्तान में अस्थिरता रहने की वजह से भी माल की आवक बंद है. जिसके चलते बादाम की होलसेल दरें १५० से २०० रूपये प्रति किलो से घट गयी है और बादाम इस समय ५६० से ६६० रूपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. वहीं मामरा बादाम अब भी २६०० से ३२०० रूपये प्रति किलो की दरों पर ही बिक रहा है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों सभी तरह के होटल व रेस्टॉरेंट बंद पडे है. साथ ही विवाह समारोह भी आयोजीत नहीं हो रहे. जिसकी वजह से सूखे मेवों की पहले जैसी मांग और बिक्री नहीं बची है. हालांकि आम ग्राहकोें द्वारा अपने स्वास्थ्य के लिहाज से सूखे मेवों की जमकर खरीददारी की जा रही है. लेकिन फुटकर ग्राहकी में तेजी रहने के बावजूद दामों में गिरावट जारी है. इस समय होलसेल बाजार में काजू ६०० से ८५० रूपये, अखरोट ६०० से ७०० रूपये, अंजीर ६०० से १००० रूपये, किसमिस २०० से ३०० रूपये, अखरोट मगज ८०० से १३०० रूपये, साधा पिस्ता ८४० रूपये तथा नमकीन पिस्ता ११०० रूपये प्रति किलो की दर पर बिक रहे है. ज्ञात रहे कि, दशहरा व दीपावली जैसे पर्वों के समय गिफ्ट पैक मे सूखे मेवों की बिक्री काफी अधिक बढ जाती है. साथ ही ड्रायफु्रट से बनी मिठाईयों की भी जबर्दस्त मांग होती है, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण की वजह से हालात पूरी तरह से अनिश्चित है और भविष्य को लेकर फिलहाल कुछ भी तय नहीं है. ऐसे में पर्वों व त्यौहारोें के मद्देनजर ड्रायफु्रट व्यापारियों द्वारा नया स्टॉक भी नहीं मंगाया जा रहा.