स्वप्नील लोनकर की आत्महत्या का निषेध कर राजकमल पर निदर्शन
‘हमे चाहिए रोजगार’, कृति समिति का जबर्दस्त एल्गार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.7 – स्वप्नील लोनकर इस अभियांत्रिकी की पढाई कर चुके विद्यार्थी ने एमपीएससी की लापरवाह कार्यप्रणाली में सरकार की असंवेदनशीलता से त्रस्त होकर तनाव में आत्महत्या की. इस घटना की प्रतिक्रिया अमरावती समेत समूचे राज्यभर में देखी गई. ‘हमें चाहिए रोेेजगार’ इस कृति समिति ने आज राजकमल चौक पर राज्य सरकार के विरोध में जबर्दस्त निदर्शन किये. पिछले डेढ वर्ष से महाराष्ट्र सरकार की टाईमपास नीति के चलते अनेक स्पर्धा परीक्षा आगे ढकेली गई है तथा हुई नहीं. महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग को सभी सदस्य नहीं रहने से इंटरव्यू व नियुक्तियां प्रलंबित रही. भविष्य की चिंता व बढती उम्र के चलते अनेक युवक आत्महत्या कर रहे है. ‘नेैशनल क्राईम रिपोर्ट’ के अनुसार राज्य में 7219 विद्यार्थियों ने आत्महत्या की, ऐसा निदर्शन में आया है. अनेक जिले में स्थानीय कायम रुप से पदभर्ती न करते हुए विविध सरकारी विभाग ने मानव संसाधन आउट सोर्सिंग करते दिखाई देता है. अमरावती मनपा में भी 1 हजार पद रिक्त है, लेकिन पद भर नहीं जाते. नौकर भर्ती कायम रुप से न करते हुए ठेका पध्दति का इस्तेमाल कर एससी, एसटी, विजेएनटी, ओबीसी, ओपन महिला, मुस्लिम आरक्षित पद खत्म हुए है. यहीं प्रक्रिया सरकार के सभी विभागों में है. केंद्र की मोदी सरकार रहे या राज्य की आघाडी सरकार संवेदन भुलकर नई पीढि को बेरोजगारी की खाई में ढकेल रही है. राज्य सरकार जब तक पदभर्ती परीक्षा प्रक्रिया शुरु नहीं करती तब तक हर जिले में रोजगार के लिए हजारों की संख्या में रास्ते पर उतकर सरकार के खिलाफ निदर्शन करने की चेतावनी बेरोजगार युवकों ने इस समय दी.
राजकमल चौक पर आज किये गये निदर्शन आंदोलन में ‘हमे चाहिए रोजगार’ कृति समिति अमरावती के किरण गुडधे, मंगेश कन्हेरकर, कुलदीप चौधरी, डॉ.अनिल पटेल, रुपेश कुत्तरमारे, सतीश मेश्राम, जे.एम.गुल्हाने, शितल गजभिये, वर्षा आकोडे, सचिन मोटघरे, रितेश बोरकर, संघर्ष फुले, सनी गोंडाणे, ज्योती बोरकर, सुनीता रायबोले, आकाश बनसोड, रहिम राही, आदेश रामटेके, मुकेश वाघमारे, साहेबराव गारोडे, साहेबराव नाईक, एड.सिध्दार्थ गायकवाड, अत्ताउल्लाह खान, अस्लम रहमत, अन्सार बेग, संगीता रायबोले, वर्षा आकोडे, चेतन आठवले, यश गोसावी, एजाज खान आदि उपस्थित थे.