अमरावती/दि.30- प्रति वर्ष दशहरे और दीपावली पर्व के दौरान सराफा बाजार में अच्छी-खासी तेजी देखी जाती है और चमकीली धातुओं के दामों में भी काफी उछाल रहता है. किंतु विगत डेढ वर्ष से कोविड संक्रमण और लॉकडाउन जैसे हालात रहने के चलते लगभग सभी लोगों की आर्थिक स्थिति डावाडौल हो गई है. ऐसे में फिलहाल सोने व चांदी की मांग में कोई विशेष तेजी नहीं आयी है. अत: सोने व चांदी के दाम भी लगभग स्थिर है. वहीं धनतेरस के पर्व पर ग्राहकी खुलने की उम्मीद सराफा व्यवसायियों को है. बता दें कि, इस समय 24 कैरेट सोना 47 हजार 900 रूपये प्रति तोला व 22 कैरेट सोना 45 हजार रूपये प्रति तोला के दाम पर बिक रहा है. वहीं चांदी 67 हजार रूपये प्रति किलो के स्तर पर है. सोने व चांदी के ये दाम विगत 15 दिनों से लगभग स्थिर है. और इसमें 100 रूपये का मामूली उतार-चढाव देखा गया.
स्थानीय सराफा व्यवसायी राजेंद्र भंसाली के मुताबिक कोविड काल से पहले दशहरे के बाद से ही सराफा बाजार में अच्छी-खासी ग्राहकी का दौर शुरू हो जाया करता था. किंतु गत वर्ष दशहरा व दीपावली जैसे त्यौहार कोविड संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की भेंट चढ गये थे. हालांकि गत वर्ष भी दीपावली का पर्व आते-आते बाजारों को सीमित समय के लिए खुलने की अनुमति प्रदान की गई थी. किंतु कोई खास ग्राहकी नहीं थी. वहीं इस वर्ष लॉकडाउन लगभग पूरी तरह से खत्म हो चुका है और कोविड संक्रमण का खतरा भी लगभग घट गया है. साथ ही इस बार बाजार में सोयाबीन की आवक भी अच्छी-खासी हुई है और सोयाबीन को दाम भी अच्छे मिल रहे है. जिसके चलते पूरी उम्मीद है कि, लोगबाग सोने-चांदी में निवेश करेंगे और धनतेरस के पर्व पर सराफा बाजार में काफी हद तक तेजी देखी जायेगी.