हडताल के बावजूद ‘सुपर’ के डॉक्टरों ने दिखाई मानवीयता
पहले से भरती मरीजों के ऑपरेशन करने का निर्णय
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नये मरीजों के लिए नहीं दी जायेगी अपाइंटमेंट
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दो वर्ष से सुपर स्पेशालीटी के डॉक्टरों का भुगतान अटका पडा है
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सीएस डॉ. निकम के साथ हुई बैठक रही अनिर्णित
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१ – स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानी सुपर स्पेशालीटी हॉस्पिटल में कॉल बेसीस पर काम करनेवाले विशेषज्ञ डॉक्टरों को उनके मानधन का भुगतान विगत दो वर्षों से नहीं किया गया है. बार-बार निवेदन दिये जाने के बावजूद राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाती अनदेखी से तंग आकर सुपर स्पेशालीटी के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बुधवार 1 सितंबर से अनिश्चितकालीन काम बंद आंदोलन करना शुरू किया है. हालांकि हडताली डॉक्टरों द्वारा मानवीयता के आधार पर फैसला लिया गया है कि, जो मरीज पहले से सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के आंतर रूग्ण विभाग में भरती है और जिनके ऑपरेशन की अपाइंटमेंट पहले से तय है, उन मरीजों की शल्यक्रिया जरूर की जायेगी, लेकिन अब वे ओपीडी में नये मरीजोें की जांच नहीं करेेंगे और नई शल्यक्रियाओं के लिए भुगतान की मांग पूरी होने तक अपाइंटमेंट भी नहीं देंगे.
जानकारी के मुताबिक काम बंद आंदोलन कर रहे विशेषज्ञ डॉक्टरों से जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने सुपर स्पेशालीटी अस्पताल के कांफ्रेंस हॉल में एक बैठक की. जिसमें सीएस डॉ. निकम ने विशेषज्ञ डॉक्टरों से हडताल नहीं करने का आवाहन करने के साथ ही आश्वासन दिया कि, वे विशेषज्ञ डॉक्टरों के बकाया भुगतान को जल्द से जल्द अदा करवाने के लिए तमाम जरूरी प्रयास करेंगे.
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60 लाख का फंड उपलब्ध रहने के बावजूद नहीं किया जा रहा भुगतान
स्वास्थ्य क्षेत्र से जुडे विश्वसनीय सुत्रोें के मुताबिक इस समय सुपर स्पेशालीटी अस्पताल व जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय के पास करीब 60 लाख रूपयों का फंड उपलब्ध है. जिसमें से विशेषज्ञ डॉक्टरों का बकाया भुगतान बडी आसानी के साथ अदा किया जा सकता है, लेकिन इसके बावजूद भुगतान का यह मामला ‘लालफीताशाही’ में अटका पडा है. जिसकी वजह से सुपर स्पेशालीटी अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर हडताल करने पर मजबूर हुए है. ऐसे में अब यह देखनेवाली बात है कि, आखिर बकाया भुगतान का यह मामला कब तक हल हो पाता है और एक बार फिर सभी विशेषज्ञ डॉक्टर कब नियमित रूप से अपने काम पर वापिस लौटते है.