धूलघाट रेलवे पीएचसी ने करायी १२६ माताओं की सुखरूप प्रसूति
बीते छह माह की रिपोर्ट
अमरावती/दि.१२ – कोरोना के दौर में अपनी जान की परवाह ना करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व आशा स्वयंसेविकाओं ने निरंतर अपनी सेवाएं दी. इस दौरान जिले के दुर्गम इलाके में आनेवाले धारणी तहसील के धूलघाट रेलवे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते ६ माह में १२६ माताओं की सुखरूप प्रसूति करायी गयी. जिससे यहां के स्वास्थ्य केंद्र ने जिले में एक बहुमान प्राप्त किया है.
यहां बता दें कि अमरावती से २१० किमी दूरी पर आनेवाले धूलघाट रेलवे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यक्षेत्र की जनसंख्या २२ हजार और धूलघाट की जनसंख्या २ हजार है.
परिसर के जरूरतमंद नागरिक व आदिवासी लोग यहां कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेते है. अप्रैल २०२० से अब तक यहां पर १२६ गर्भवती माताओं की प्रसूति स्वास्थ्य केंद्र में सुखरूप हुई है. बीते हालातों को देखने पर यहां केवल सात फीसदी प्रसूतियां हो रही थीं. जबकि आज ७२ फीसदी से ज्यादा हो रही है. धूलघाट के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोरोना काल में भी स्वास्थ्य सेवा प्रभावित ना होने देते हुए अपना कर्तव्य निभाया. जिससे संस्थात्मक प्रसूति के प्रमाण में इजाफा हुआ है. यह प्रसूतियां सफल कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकीय आधिकारी डॉ. गोविंद राठोड, डॉ. समाधान डुकरे, आरोग्य सेविका प्रमिला जावरकर, कविता धुर्वे, जी.एन.एम मयुरी कास्देकर, विजया भिलावेकर ने प्रयास किया. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम का जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक रणमले, जिला माता बालसंगोपन अधिकारी डॉ दीपक करंजेकर, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी मेलघाट क्षेत्र डॉ. अभिलाष पांडे, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रेवती साबले , डॉ. दीपक च-हाटे ने अभिनंदन किया है.