अमरावती/प्रतिनिधि दि.9 – नेत्रदान के कार्य में अग्रसर रहने वाली दिशा आइ बैंक को अब नई पहचान मिली है. विश्व नेत्रदान दिन पर अमरावती की दिशा आय बैंक को अब दिशा इंटरनेशनल आय बैंक के रुप में पहचाना जाएगा. जिससे अमरावती का नाम विश्वस्तर पर रोशन हुआ है.
यहां बता दें कि दिशा ग्रुप के दिशा एजूकेशन फाऊंडेशन की धर्मदाय संस्था व्दारा नेत्रदान का कार्य वर्ष 2005 से जारी है. मानवी अवयव प्रत्यारोपण अधिनियम अंतर्गत पंजीकृत रहने वाली दिशा ग्रुप व्दारा संचालित दिशा आय बैंक अमरावती की एकमात्र धर्मदाय आय बैंक है. नेत्रदान की प्रक्रिया दिशा आय बैंक की टीम व्दारा गत दस वर्षों से की जा रही है. इसके अलावा दिशा आय बैंक की शाखाएं अमरावती के साथ ही यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा में भी कार्यरत है और लोगों को 24 घंटे सेवा दे रहे हैं. दिशा ग्रुप धर्मदाय संस्था व्दारा संचालित दिशा इंटरनेशनल आय बैंक को मानवी अवयव प्रत्यारोपण अधिनियम अंतर्गत यह एकमात्र सक्रिय संस्था है. दिशा ग्रुप संस्था सेवाभावी युवकों व्दारा चलायी जाती है. इसमें 1800 से अधिक युवक अभियांत्रिकी शाखा के छात्र है. दिशा ग्रुप के संस्थापक सचिव स्वप्निल गावंडे में कक्षा 6 वीं से ही नेत्रदान समिति से जुड़े हैं और उनके साथ हजारों युवक आज जुड़ गये हैं.
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गत वर्ष केवल 6 नेत्रदान
राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत अमरावती जिला सामान्य अस्पताल में वर्ष 2020-21 में केवल 6 नेत्रदान ही किये गये. जबकि वर्ष 2016 से प्राप्त आंकड़ेवारी के अनुसार राज्य में वर्ष 2015-16 में 7301 नेत्रदान हुए व इनमें से 3230 लोगों का नेत्र प्रत्यारोपण किया गया. राज्य में प्रति वर्ष तकरीबन 8.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है. लेकिन इनमें से केवल 7301 यानि 0.8 फीसदी लोगों का नेत्रदान हुआ है. राज्य में तकरीबन 66 आय बैंक है. 132 नेत्र प्रत्यारोपण केंद्र व 64 नेत्र संकलन केंद्र हैं. वहीं अनेक संस्थाएं नेत्रदान जनजागृति के लिए कार्यरत है. फिर भी राज्य में नेत्रदान का प्रमाण काफी कम है.