वितरक व्यवसायियों ने किया ‘नो बिलींग-नो सप्लाय’ आंदोलन
सीपीडीएफ व सीपीडीए का देशव्यापी प्रदर्शन
-
जीओ मार्ट व युनिलिवर के समझौते को बताया व्यापार विरोधी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.28 – शहर के कई उपभोक्ता उत्पाद वितरकों द्वारा शनिवार 28 अगस्त को स्थानीय राजकमल चौराहे पर धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ अपने-अपने कामकाज को दिनभर के लिए बंद रखा गया. कंझ्यूमर प्रॉडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (सीपीडीएफ) तथा कंझ्यूमर प्रॉडक्टस डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन (सीपीडीए) द्वारा आहूत किये गये इस आंदोलन में वितरक व्यवसायियों की ओर से आरोप लगाया गया कि, इन दिनों कई कंपनियों द्वारा बी-2-बी बिझनेस को बढावा देते हुए वितरकों का व्यवसाय खत्म करने की साजीश की जा रही है.
इस आंदोलन के दौरान सीपीडीए व सीपीडीएफ पदाधिकारियों ने कहा कि, कुछ माह पूर्व रिलायन्स के जीओ मार्ट व हिंदुस्थान यूनिलिवर कंपनी के बीच किये गये करारनामे के मुताबिक अब यूनिलिवर के उत्पादों को जीओ मार्ट द्वारा देश में कहीं पर भी बेचा जा सकता है. जिससे वितरण व्यवसाय खत्म हो जायेगा, जबकि इन्हीं वितरकों द्वारा विगत 50-60 वर्षों से यूनिलिवर कंपनी का काम किया जा रहा है और उनके ही दम पर कंपनी आज इतने बडे मुकाम पर पहुंच सकी है. वहीं भविष्य में अन्य कई कंपनियां भी ऐसे ही करार के रास्ते को अपना सकती है. जिससे वितरण व्यवसाय पूरी तरह से खत्म हो जायेगा. यहीं वजह है कि, सीपीडीएफ के अध्यक्ष धैर्यशिल पाटील के आवाहन पर शनिवार 28 अगस्त को पूरे देश में एक दिवसीय ‘नो बिलींग-नो सप्लाय’ आंदोलन किया गया. इसके तहत कंपनी से माल खरीदने और माल के वितरण का काम पूरा दिन बंद रखा गया. साथ ही साथ अमरावती सहित जिले के सभी तहसील क्षेत्रों के प्रमुख चौराहों पर वितरक व्यवसायियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया. इस समय सभी वितरक व्यवसायी अपने यहां काम करनेवाले स्टाफ के साथ धरना प्रदर्शन आंदोलन में शामिल हुए थे.
इस अवसर पर सीपीडीएफ व सीपीडीए के सर्वश्री श्याम शर्मा, संदीप खेडकर, राजू अग्रवाल, सुनिल अग्रवाल, संजय अग्रवाल, नरेंद्र चुडासामा, सतीश पुरोहित, हितेश केडीया, मनीष चौबे, अवधेष लढ्ढा, विजय इंगले, रोशन पच्चीगर, राजेंद्र केवले, सुदेश पनपालिया, महेश दुबे सहित अनेकों वितरण व्यवसायी उपस्थित थे.