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जिला प्रशासन निजी अस्पतालों को उपलब्ध करा रहा रेमडेसिविर इंजेक्शन

  •  जिलाधीश नवाल ने रेमडेसिविर का नियमों के मुताबिक इस्तेमाल करने की हिदायत दी

  •  पीडीएमसी के माध्यम से निजी अस्पतालों को हो रहा वितरण

  •  रोजाना 125 रेमडेसिविर इंजेक्शन किये जा रहे वितरित

अमरावती/प्रतिनिधि दि.10 – विगत दो-तीन दिनों से अमरावती जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत को लेकर जबर्दस्त हायतौबा मची हुई है. इस बारे में पडताल करने पर पता चला कि, जहां एक ओर सरकारी कोविड अस्पताल में रेमडेसिविर के 9 हजार यूनिट उपलब्ध है. वहीं निजी कोविड अस्पतालों को इसकी किल्लत का सामना करना पड रहा है. साथ ही पता चला कि, अमरावती के कई दवा विक्रेताओं द्वारा अन्य जिलों के अस्पतालों व दवा विक्रेताओं को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराये जा रहे है. इस बारे में जिलाधीश शैलेश नवाल से जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर उन्होंने बताया कि, रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रयोग केवल गंभीर स्थिति में रहनेवाले मरीजों पर ही किया जाना चाहिए. किंतु पिछले कुछ दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रयोग बडे धडल्ले के साथ सभी कोविड संक्रमित मरीजों पर किया जा रहा था. साथ ही सारी संक्रमित मरीजोें पर भी रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रयोग किये जाने की खबरेें सामने आयी थी. ऐसे में अब सभी निजी अस्पतालों को जिला प्रशासन द्वारा अपने नियंत्रण के तहत रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है.
जिलाधीश नवाल ने यह भी बताया कि, इस समय अमरावती के सरकारी कोविड अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन का भरपुर स्टॉक उपलब्ध है. जिसे पीडीएमसी अस्पताल के जरिये निजी कोविड अस्पतालों हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके तहत रोजाना 125 से 150 रेमडेसिविर इंजेक्शन वितरित किये जा रहे है. जिसके लिए निजी अस्पतालों से बाकायदा रेमडेसिविर इंजेक्शनों की सरकारी कीमत ली जा रही है. साथ ही सभी निजी कोविड अस्पतालों को सख्त हिदायत दी गई है कि, वे बेहद जरूरी रहने पर ही रेमडेसिविर इंजेक्शन का डोज मरीज को लगाये और इसका दुरूपयोग या बेवजह प्रयोग करने से बचे.
इसके अलावा शहर के कई थोक दवा विक्रेताओं द्वारा अन्य जिलों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति किये जाने की ओर ध्यान दिलाये जाने पर जिलाधीश नवाल ने बताया कि, अन्न व औषधी आपूर्ति प्रशासन के निर्देश व नियंत्रण के तहत ऐसा किया जा सकता है, ताकि अगर किसी अन्य जिले में मरीजोें के लिए दवाई की किल्लत है, तो वह दवाई संबंधितों के लिए उपलब्ध करायी जा सके.

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