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विवाद और सस्पेन्स से घिरे जिला बैंक के चुनाव

3.39 करोड के कमीशन मामले में फॉरेन्सीक ऑडिट व ईडी की जांच

  • सहकार क्षेत्र के चुनाव की ओर इस बार सभी का ध्यान

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१ – विगत चार-पांच माह से जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में 3.39 करोड रूपयों के कमीशन मामले की जांच शुरू है. जिसका फॉरेन्सीक ऑडिट विगत दिनों शुरू किया गया. साथ ही अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की भी एंट्री हो गई है. क्योंकि विगत दिनों ईडी ने बैंक के कमीशन मामले से संबंधित दस्तावेजों के साथ-साथ वर्ष 2015 से अब तक के ऑडिट रिपोर्ट भी मांगे है. वहीं अब जिला मध्यवर्ती बैंक के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है और आगामी 4 अक्तूबर को 21 सदस्यीय संचालक मंडल के लिए चुनाव भी होनेवाले है. ऐसे में अब सभी की निगाहें जिला बैंक के चुनाव की ओर लगी हुई है.
यूं तो चुनाव लगभग हर किसी के लिए चर्चा एवं पसंद का विषय होता है. किंतु जिला बैंक के चुनाव में सहकार क्षेत्र के अलावा अमूमन अन्य किसी की कोई खास रूचि नहीं रहती. किंतु इस बार स्थिति कुछ अलग है और सहकार क्षेत्र से कोई वास्ता नहीं रहनेवाले लोगोें की निगाहें भी इस चुनाव की ओर लगी हुई है, क्योंकि कुछ माह पूर्व ही जिला बैंक द्वारा किये गये 700 करोड रूपयों के निवेश की ऐवज में 3.39 करोड रूपयों की दलाली दिये जाने के मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गई और आर्थिक अपराध शाखा ने मामले की जांच शुरू करने के साथ-साथ बैंक का फॉरेन्सीक ऑडिट करवाने का निर्णय भी लिया. इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामले का स्वसंज्ञान लेते हुए इस कमीशन घोटाले से संबंधित दस्तावेज एवं बैंक की ऑडिट रिपोर्ट की मांग की. वहीं इस बीच बैंक की चुनावी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है और आगामी 4 अक्तूबर को 11 वर्ष के अंतराल पश्चात बैंक के संचालक मंडल हेतु चुनाव होने जा रहे है. जिसे लेकर सहकार क्षेत्र से बाहर भी चर्चा का बाजार गर्म है.

  • पहली बार ईडी की एंट्री और फॉरेन्सीक ऑडिट

अमरावती शहर सहित जिले की किसी भी बैंक, संस्था अथवा कार्यालय के मामले में अब तक ईडी की एंट्री नहीं हुई थी. साथ ही पुलिस द्वारा भी किसी आर्थिक अपराध से संबंधित मामले में फॉरेन्सीक ऑडिट नहीं करवाया गया था. किंतु जिला बैंक के मामले में ऐसा पहली बार होने जा रहा है. साथ ही विगत चार-पांच माह से यह मामला लगातार अखबारों की सूर्खियों में भी बना हुआ है. ऐसे में पूरे जिले का ध्यान इस कमिशन घोटाले और अब बैंक में होने जा रहे चुनाव की ओर लगा हुआ है.

  • नामांकन के पहले दिन भारी भीडभाड, 33 इच्छूकों ने उठाये 91 नामांकन

– संजय खोडके, नरेशचंद्र ठाकरे, प्रवीण काशिकर, सुधाकर भारसाकले, हरिभाऊ मोहोड सहित अनेकों का समावेश
वहीं दूसरी ओर 31 अगस्त से शुरू हुई जिला बैंक के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के पहले ही दिन जिला उपनिबंधक कार्यालय में नामांकन आवेदन प्राप्त करने हेतु इच्छूकों की अच्छी-खासी भीडभाड हुई. इस समय 33 इच्छूकों ने अपनी दावेदारी हेतु कुल 91 नामांकन पत्र प्राप्त किये. प्रत्येक नामांकन आवेदन की कीमत 100 रूपये रखी गई है तथा प्रत्येक इच्छूक उम्मीदवार को अधिकतम पांच नामांकन दिये जा रहे है. नामांकन प्राप्त करने और नामांकन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया आगामी 6 सितंबर को अपरान्ह 3 बजे तक शुरू रहेगी. पश्चात 22 सितंबर की दोपहर 3 बजे तक नामांकन पत्र वापिस लिये जा सकेंगे और 23 सितंबर को मैदान में डटे रहनेवाले उम्मीदवारों की सूची घोषित करते हुए चुनाव चिन्हों का वितरण किया जायेगा. जिसके बाद 4 अक्तूबर को बैंक के संचालक मंडल हेतु मतदान कराया जायेगा.
नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन नामांकन पत्र प्राप्त करनेवालों में राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, पूर्व विधायक नरेशचंद्र ठाकरे, पूर्व संचालक प्रवीण काशीकर, सुधाकर भारसाकले, हरिभाऊ मोहोड, प्रशांत कालपांडे, रविंद्र गायगोले, अनंत देशमुख, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, अरूण गावंडे, श्रीपाल पाल, संजय मार्डीकर सहित अनेकों का समावेश रहा.
बता दें कि, इस चुनाव में कुल 1 हजार 767 मतदाता पंजीकृत है. जिनमें से 62 मतदाताओं की मौत हो चुकी है. ऐसे में अब 1 हजार 605 मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए बैंक के नये संचालक मंडल का चयन किया जायेगा.

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