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सहकार को मिला नगारा, परिवर्तन के हिस्से में आयी सीटी
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दोनों पैनलों ने 17-17 प्रत्याशियों की सुची की जारी
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कांटे की टक्कर होना तय, निर्दलीय बिगाड सकते हैं गणित
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आठ निर्वाचन क्षेत्रों से 14 निर्दलीय प्रत्याशी डटे है मैदान में
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6 सेवा सहकारी क्षेत्र सहित ओबीसी व एनटी क्षेत्र में होगी सीधी लडाई
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अन्य क्षेत्रों में होगा बहुकोणीय मुकाबला
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – आगामी 4 अक्तूबर को होने जा रहे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव को लेकर अब बिसात पूरी तरह से सज गई है. गुरूवार 23 सितंबर को इस चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण चरण पूरा हुआ. जब गत रोज नामांकन वापसी का निर्धारित समय बीत जाने के साथ ही जिला बैंक के निर्वाचन निर्णय अधिकारी द्वारा प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी करने के साथ ही उन्हें चुनाव चिन्हों का वितरण किया गया. इससे पहले जिला बैंक के निर्वाचन निर्णय अधिकारी के समक्ष पैनलों को लेकर दावा पेश किया गया. जिसे मान्यता देने के साथ ही निर्वाचन निर्णय अधिकारी द्वारा सहकार पैनल के प्रत्याशियों के लिए नगारा व परिवर्तन पैनल के प्रत्याशियों के लिए सीटी चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया. ऐसे में सहकार पैनल के 17 प्रत्याशी नगारा चुनाव चिन्ह पर तथा परिवर्तन पैनल के 17 प्रत्याशी सीटी चुनाव चिन्ह पर यह चुनाव लडेंगे. वहीं 8 निर्वाचन क्षेत्रों से 14 निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में है. जिन्हें अलग-अलग चुनाव चिन्ह दिये गये है.
इसके साथ ही कहा जा सकता है कि, अब सही मायनों में जिला बैंक की चुनावी बिसात पूरी तरह से सज गई है और किस निर्वाचन क्षेत्र में किस प्रत्याशी की किसके साथ सीधी टक्कर होने जा रही है, इसे लेकर भी चित्र पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है. क्योेंकि अब दोनों पैनलों की ओर से अपने-अपने अधिकृत प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा चुकी है.
इसके तहत चांदूर बाजार, चांदूर रेल्वे, धामणगांव रेल्वे, अंजनगांव सूर्जी, अमरावती व चिखलदरा तहसील सेवा सहकारी सोसायटी निर्वाचन क्षेत्र सहित ओबीसी व एनटी संवर्ग में सीधी लडाई और कांटे की टक्कर होगी, क्योेंकि इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में केवल दो-दो प्रत्याशी ही मैदान में है. वहीं एससी-एसटी संवर्ग में विधायक राजकुमार पटेल व विधायक बलवंत वानखडे एक-दूसरे के सामने प्रतिस्पर्धी के तौर पर खडे है. साथ ही इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 6 प्रत्याशी है. जिसमें से 4 प्रत्याशी निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड रहे है. इसके अलावा दो महिला प्रतिनिधि पद के लिए कुल 6 महिला प्रत्याशी मैदान में है. जिनमें से 2 महिलाएं सहकार पैनल की ओर से व 2 महिलाएं परिवर्तन पैनल की ओर से अधिकृत प्रत्याशी बनायी गई है. वहीं 2 महिलाएं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में है. इसके अलावा मोर्शी, अचलपुर व दर्यापुर तहसील सेवा सहकारी सोसायटी सहित क-2 कर्मचारी व गृहनिर्माण संस्था निर्वाचन क्षेत्र में तिकोणा तथा अचलपुर सेवा सहकारी सोसायटी तथा क-1 (व्यक्तिगत) निर्वाचन क्षेत्र में चौकोणा मुकाबला होगा.
इस चुनाव में फिलहाल सभी की निगाहें कुछ चुनिंदा निर्वाचन क्षेत्रों की ओर लगी हुई है. क्योंकि उन निर्वाचन क्षेत्रों में कद्दावर नेताओं के बीच चुनावी मुकाबला होने जा रहा है. जिसमें सबसे प्रमुख चांदूर बाजार तहसील क्षेत्र है. जहां से परिवर्तन पैनल की ओर से राज्यमंत्री बच्चू कडू तथा सहकार पैनल की ओर से जिला बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख चुनावी मैदान में है. देशमुख व कडू इससे पहले भी करीब तीन बार राजनीतिक अखाडे में एक-दूसरे के खिलाफ जोर-आजमाईश कर चुके है. जिसमें बच्चु कडू ने सफलता हासिल की थी. इन दोनों को ही जिला बैंक के अगले अध्यक्ष पद का दावेदार भी माना जा रहा है. ऐसे में अब यह देखनेवाली बात है कि, दोनों में से चांदूर बाजार तहसील से जीत का सेहरा किसके सिर पर बंधता है. वहीं बैंक के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख ने ओबीसी संवर्ग से भी नामांकन दाखिल किया है. जहां पर उनका मुकाबला राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके से होगा. इसके अलावा दर्यापुर तहसील क्षेत्र से परिवर्तन पैनल की ओर से विधायक प्रकाश भारसाकले तथा सहकार पैनल की ओर से उनके ही भाई सुधाकर भारसाकले एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धी के तौर पर चुनावी मैदान में है. साथ ही एससी-एसटी संवर्ग से राजकुमार पटेल व बलवंत वानखडे के तौर पर दो विधायकोें के बीच टक्कर होने जा रही है. ऐसे में इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों के नतीजों की ओर सहकार क्षेत्र सहित पूरे जिले का ध्यान लगा हुआ है.
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निर्दलीयों से बिगड सकता है समीकरण
जिन निर्वाचन क्षेत्रों में केवल 2 प्रत्याशी आमने-सामने है, उन निर्वाचन क्षेत्रों को लेकर उत्कंठा रहने के साथ-साथ बहुकोणीय मुकाबलेवाली सीटों को लेकर भी काफी हद तक उत्सूकता देखी जा रही है. साथ ही माना जा रहा है कि, निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा इन सीटोें पर सहकार एवं परिवर्तन पैनल के प्रत्याशियों का गणित एवं समीकरण बिगाडा जा सकता है. ऐसे में अब सभी की निगाहें निर्दलीय प्रत्याशियों के प्रदर्शन एवं उनके द्वारा हासिल किये जानेवाले वोटों की ओर लगी हुई है.
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चार संचालकों का पहले ही हो चुका निर्विरोध निर्वाचन
बता दें कि, जिला बैंक के चुनाव में नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद से नामांकन वापसी की अंतिम तिथी तक कुल 4 संचालकों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ. जिसमें सबसे पहले वरूड सेवा सहकारी सोसायटी से नरेशचंद्र ठाकरे निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. पश्चात गत रोज नामांकन वापसी का अंतिम समय खत्म होने के बाद नांदगांव खंडे. सेवा सहकारी सोसा. के अभिजीत ढेपे, तिवसा सेवा सहकारी सोसा. के प्रतिनिधि व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के कट्टर समर्थक सुरेश साबले तथा धारणी सेवा सहकारी सोसायटी के प्रतिनिधि तथा विधायक राजकुमार पटेल के भाई व राज्यमंत्री बच्चु कडू के परिवर्तन पैनल से उम्मीदवार रहे जयकुमार पटेल को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया. 21 सदस्यीय संचालक मंडल में 4 सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन होने के बाद अब 17 संचालक पद के लिए आगामी 4 अक्तूबर को मतदान कराया जायेगा.