जिलाधीश की जांच समिती ने महर्षि स्कूल को पाया दोषी
कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों को कम अंक दिये जाने का मामला
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अभिभावकों ने शाला प्रबंधन पर जल्द कार्रवाई करने की उठाई मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – विगत 30 जुलाई को केंद्रीय माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई द्वारा कक्षा 12 वीं का परिणाम घोषित किया गया था. जिसके बाद स्थानीय महर्षि पब्लिक स्कूल में पढनेवाले कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों को शाला प्रबंधन द्वारा बरती गई लापरवाही की वजह से अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति में बेहद कम अंक मिलने का मामला सामने आया था. इस संदर्भ में विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत के बाद जिलाधीश पवनीत कौर द्वारा एक जांच समिती का गठन किया गया था और अब पता चला है कि, इस समिती द्वारा की गई जांच में शाला प्रबंधन को लापरवाह पूर्ण ढंग से काम करने का दोषी पाया गया है.
यह जानकारी सामने आते ही विद्यार्थियों के अभिभावक एक बार फिर जिलाधीश कार्यालय पहुंचे और उन्होंने जिलाधीश से मिलकर कहा कि, वे विगत 18 दिनों से लगातार इस मामले के लिए संघर्ष कर रहे है तथा यह उनके बच्चों के भविष्य का सवाल है. अत: महर्षि पब्लिक स्कूल में कक्षा 12 वीं के सभी विद्यार्थियों के अंकों का जल्द से जल्द पुनर्मूल्यांकन करवाया जाये तथा इस लापरवाही के लिए महर्षि पब्लिक स्कूल को सीबीएसई की ओर से प्रदान की गई मान्यता तुरंत खारिज की जाये.
इस अवसर पर महर्षि पब्लिक स्कूल पालक कृति समिती के अवध अग्रवाल, रवि मुरके, सतीश साउरकर, अविनाश राउत, रविंद्र धुमाले, चेतना गांधी, अचल राउत, ऋतु चोरडिया, सुजाता केशरवानी आदि उपस्थित थे.