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डॉक्टरों की लापरवाही ने 8 माह में छिन लिये हमारे दोनों बच्चे

फुडके दम्पति ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप

* दोषी डॉक्टरोें के खिलाफ जांच व कार्रवाई की उठाई मांग
अमरावती /दि.30- डॉक्टरों द्वारा की गई लापरवाही के चलते थैलेसिमिया व सिकलसेल के वाहक रहने वाले दो बच्चों की 8 माह के अंतराल में मौत हो गई. जिनके इलाज के लिए डॉक्टरों द्वारा बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया. ऐसे में दोनों बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ जांच करते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए तथा प्रभावित को भी समूचित सहायता मिलनी चाहिए. इस आशय की मांग यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में भारती व गजानन फुडके नामक दम्पति द्वारा की गई.
मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया गया कि, फुडके दम्पति का 17 वर्षीय बेटा साहिल सिकल बिटाटीएल का मरीज था. जिसे वर्ष 2012 से 2020 तक कभी भी रक्त की जरुरत नहीं पडी और वह 11 दिसंबर 2020 को पहली बार जिला सामान्य अस्पताल में रक्त लेने गया था. जहां पर कोविड संक्रमण काल जारी रहने के बावजूद उसे वार्ड क्रमांक 6 में किसी अन्य मरीज के साथ बेड पर भर्ती करते हुए रक्त चढाया गया. जिसके बाद से ही उसकी तबीयत बिगडनी शुरु हो गई और इसके बाद 12 दिसंबर 2021 को करीब एक साल तक काफी तकलीफों को झेलने के बाद साहिल की मौत हो गई. इस एक वर्ष के दौरान इर्विन अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा हमेशा ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडने का प्रयास किया गया.
इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, फुडके दम्पति की बेटी वैष्णवी उर्फ रोशनी बिटा थैलेसिमिया की वाहक थी और उसे भी विगत 15 वर्ष के दौरान कभी रक्त देने की जरुरत नहीं पडी. परंतु 23 अगस्त 2021 को मासिक पाली आने पर उसे पीठदर्द होना शुरु हुआ, तो उसे दवाखाने में जाकर दिखाया गया. जिसके बाद उसके शरीर की गई रक्तजांच करते हुए उसे कई इंजेक्शन लगाये गये. जिसकी वजह से रोशनी की हालत बिगड गई तथा 25 अगस्त 2021 को गेट लाइफ अस्पताल में रोशनी की मौत हो गई. इस दौरान अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा उसकी इलाज के बारे में विस्तार के साथ कोई जानकारी नहीं दी गई, बल्कि बार-बार उसके परिजनों से इलाज के नाम पर पैसे मांगे जा रहे थे.
महज 8 माह के भीतर अपने दोनों बच्चों को खो देने वाले फुडके दम्पति ने इस मामले की जांच करते हुए अपने बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है. इस पत्रवार्ता में फुडके दम्पति सहित प्रवीण धुर्वे, दीपक मसराम, सचिन गोरले व अर्जुन युवनाते आदि भी उपस्थित थे.

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