केवायसी के नाम पर कोई भी एप डाउनलोड करना पडेगा महंगा
सायबर पुलिस ने जनता से सतर्क करने की अपील
अमरावती प्रतिनिधि/दि.28 – सायबर अपराधियों ने अपना जाल बुनना शुरु किया है. इस जाल में शहरवासी लगातार फंसते जा रहे है. अब सायबर अपराधियों ने मोबाइल धारकों को कम्प्यूटर व मोबाइल पर अपना कब्जा करने के लिए अलग-अलग एप्स डाउनलाड कराने की बात करते हुए ग्राहकों के बैंक खाते खाली करने का पैतरा आजमाना शुरु किया है. जिसके चलते सायबर पुलिस ने जनता से सावधानी बरतने की अपील की है.
यहां बता दें कि सायबर अपराधी इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल बैंकिंग सुविधा का गलत उपयोग करते हुए जनता के साथ धोखाधडी कर रहे है. इस संबंध में शिकायतें भी प्राप्त हो रही है. सायबर पुलिस ने जब इन शिकायतों का विश्लेषण किया तो उन्हें पता चला कि सायबर अपराधियों ने सायबर अपराध को अंजाम देने क लिए नया मार्ग ढूंढ लिया है. सायबर अपराधी ग्राहकों को बैंक अधिकारी, कर्मचारी होने की बात कहते हुए उनके बैंक खाते संबंधित गुप्त जानकारी जैसे पीन, सीवीवी, ओटीपी आदि जानकारियां प्राप्त कर धोखाधडी कर रहे है. इतना ही नहीं तो रिचार्ज कंपनी, कुरियर कंपनी, ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी आदि के कस्टमर केअर का नंबर पता नहीं रहने से गुगल पर सर्च कर संबंधित मोबाइल नंबर प्राप्त करते है, लेकिन उसमें भी सायबर अपराधी गुगल पर खूद का फर्जी मोबाइल नंबर कस्टमर केअर के नंबर के रुप में अपलोड करते है. जिसमें आम मोबाइल धारक आसानी से फंस जाते है. वहीं अब सायबर अपराधियों ने फोन पे, पेटीएम केवायसी करने के अलावा रिवार्ड पाँईट मिलने की बात कहते हुए ग्राहकों को एनीडेक्स, क्वीक सपोर्ट, टीमवीवर, एडोराईट आदि जैसे स्क्रीन शेअरिंग एप्स डाउनलोड करने के लिए कहते हुए बैंक खातों की जानकारी व ओटीपी नंबर प्राप्त कर ग्राहकों के बैंक खाते से रकम निकालकर धोखाधडी की जाती है, इसलिए शहर पुलिस ने नागरिकों से आह्वान किया है कि बैंक से संबंधित कोई भी जानकारी और कोई भी अप्लीकेशन किसी भी व्यक्ति के कहने पर मोबाइल में डाउनलोड न करने तथा संबंधित विषय को लेकर सायबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करने का आह्वान किया गया है.