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डॉ. धांडे की स्थिति संभाग के पांचों जिलों में बेहद मजबूत

  •  भाजपा के अनेकों दिग्गज नेता व कार्यकर्ता उतरे मैदान में

  •  भाजपा की केंद्र में सत्ता रहने से धांडे की दावेदारी का बढा वजन

  •  संभाग में केंद्रीय राज्यमंत्री पद रहने का मिल सकता है फायदा

  •  पांचों जिलों की 58 तहसीलों में मिल रहा जबर्दस्त समर्थन

अमरावती/प्रतिनिधि/दि.27 – अमरावती संभाग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव होने में अब मात्र चार दिनों की अवधि शेष है और प्रचार का दौर खत्म होने में महज दो दिनोें का वक्त बाकी बचा है. ऐसे में शिक्षक विधायक पद का चुनाव लड रहे सभी प्रत्याशी संभाग के करीब 36 हजार मतदाताओं तक अपनी दावेदारी और बात पहुंचाने के लिए एडीचोटी का जोर लगा रहे है. जिसमें इस समय सभी प्रत्याशियों को उनके संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का पूरा साथ व सहयोग मिल रहा है. जिसमें फिलहाल भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाये गये डॉ. नितीन धांडे का पलडा सबसे भारी दिखाई दे रहा है, क्योंकि अमरावती संभाग के पांचों जिलों की 58 तहसीलों के एक-एक गांव तक भाजपा का संगठनात्मक ढांचा मजबूत है और इस समय पार्टी के कई दिग्गज नेताओं सहित विभिन्न पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी डॉ. नितीन धांडे की दावेदारी का प्रचार करने में जूटे हुए है. साथ ही चूंकि इस समय केंद्र में भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार है. जिसमें अमरावती संभाग के पास मानव संसाधन विकास मंत्रालय का राज्यमंत्री पद है. ऐसे में इस बात का फायदा डॉ. नितीन धांडे को मिलता दिखाई दे रहा है, क्योंकि संभाग के शिक्षकों में यह धारणा बनती जा रही है कि, भाजपा जहां राज्य में बेहद मजबूत विपक्ष के तौर पर काम कर रही है, ऐसे में सरकार विरोधी भुमिका के जरिये उनकी आवाज विधानसभा में मूखर तरीके से उठायी जा सकेगी. वहीं दूसरी ओर उनकी समस्याएं और मसले केंद्र सरकार तक बडी आसानी से पहुंच सकेंगे.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले स्नातक विधायक पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर डॉ. रणजीत पाटिल ने अमरावती संभाग में शानदार जीत हासिल की थी. स्नातक चुनाव में भी शिक्षक मतदाताओं के पास वोट डालने का अधिकार होता है और इस चुनाव में शिक्षक मतदाताओं की संख्या बहुतायत में होती है. ऐसे में उन्हीं मतदाताओं के दम पर शिक्षक विधायक पद का चुनाव जीतते हुए अपनी जीत को दोहराने का नियोजन भाजपा द्वारा किया जा रहा है और संभाग में डॉ. नितीन धांडे के प्रचार हेतु विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पूर्व जिला पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल तथा पूर्व गृह राज्यमंत्री डॉ.रणजीत पाटिल सहित भाजपा के अनेकों दिग्गज नेता मैदान में उतर गये है. साथ ही पांचों जिलों की विभिन्न आघाडियों व सेल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता भी एक-एक शिक्षक मतदाता तक पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी डॉ. नितीन धांडे की दावेदारी का प्रचार कर रहे है. जिसके तहत सभी शिक्षक मतदाताओं तक यह बात पहुंचायी जा रही है कि, डॉ. नितीन धांडे भाजपा जैसे राष्ट्रीय दल के प्रत्याशी है और यदि वे अमरावती संभाग से शिक्षक विधायक निर्वाचित होते है, तो इस जरिये संभाग के शिक्षकों को अपनी आवाज रखने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर एक व्यापक मंच उपलब्ध होगा.
उल्लेखनीय है कि, शिक्षक विधायक पद का चुनाव लड रहे डॉ. नितीन धांडे ने अपनी दावेदारी पेश करते समय कहा था कि, वे खुद करीब 18 वर्ष तक बतौर प्राध्यापक काम कर चुके है और उन्हें शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की समस्याओं का बखूबी अंदाजा है. साथ ही आज वे संभाग की दूसरी सबसे बडी शिक्षा संस्था का नेतृत्व कर रहे है और अपने साथ काम करनेवाले हर एक शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी की समस्याओं को हल करने हेतु व्यक्तिगत स्तर पर ध्यान देते है. अत: वे चाहते है कि, उनके कामों का दायरा बढे और वे समूचे संभाग के शिक्षकोें की भलाई हेतु काम कर सके. साथ ही डॉ. नितीन धांडे ने अपने वचननामे में यह भी कहा है कि, भाजपा एक तरह से सुसंस्कृत व सुशिक्षित लोगों का राजनीतिक दल है. जहां व्यक्तिगत व राजनीतिक शुचिता पर विशेष प्राधान्य दिया जाता है. साथ ही भाजपा हमेशा से समाज को ज्ञान की दिशा देनेवाले शिक्षकों के पक्ष में खडी रही है. अत: अब संभाग के शिक्षकों ने इस चुनाव में भाजपा का साथ देते हुए अपने लिये एक व्यापक व्यासपीठ चुनना चाहिए. डॉ. नितीन धांडे के मुताबिक इन दिनों शिक्षकों के लिए हालात काफी तेजी से बदल गये है. ऐसे में वे शिक्षकों को उनका मान-सम्मान हासिल करवाने और उनकी विभिन्न प्रलंबित समस्याओं को हल करने हेतु विधान परिषद में जाकर शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करना चाहते है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि, वे ऐसा करने में सफल हो पायेंगे.

Devendra Fadnavis

उच्च विद्याविभूषित डॉ. नितीन धांडे बेहद सक्षम तरीके से संभाग के शिक्षकों का प्रतिनिधित्व विधान परिषद में करेंगे. इस बात में कोई संदेह नहीं है. शिक्षा क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये समर्पित कार्यों को देखते हुए ही उन्हें भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाया गया है. ऐसे में अब सभी शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि, वे डॉ. नितीन धांडे को अपनी पहली पसंद का मतदार करें.
– देवेंद्र फडणवीस
नेता प्रतिपक्ष, महाराष्ट्र विधान सभा

 

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किसी भी राष्ट्रीय दल का शिक्षक विधायक ही शिक्षकों के प्रलंबित मसलों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर सकता है. डॉ. नितीन धांडे की उम्मीदवारी की वजह से शिक्षकोें की समस्याएं हल होंगी और उन पर होनेवाले अन्याय दूर होेंगे. किसी राष्ट्रीय दल के अलावा अन्य संगठन के उम्मीदवार द्वारा सभागृह में चाहे कितने भी पूरजोर तरीके से आवाज उठायी जाये, लेकिन उन्हें सदन का साथ नहीं मिलता. वहीं राष्ट्रीय दल के प्रतिनिधि के पास सदन के भीतर और सदन के बाहर भी ताकत मौजूद रहती है. अत: संभाग के शिक्षकों ने इस बार डॉ. नितीन धांडे के रूप में सशक्त विधायक चुनना चाहिए.
– डॉ. रणजीत पाटिल
पूर्व गृह राज्यमंत्री व विधान परिषद सदस्य

डॉ. नितीन धांडे अपने आप में एक कुशल संगठक और प्रेरक व्यक्तित्व है. वे सभी को साथ लेकर चलने की नीति में यकिन करते है. यदि वे अमरावती संभाग का शिक्षक विधायक निर्वाचित होकर विधान परिषद में पहुंचते है तो इससे निश्चित तौर पर संभाग के शिक्षकों को एक बडी ताकत मिलेगी, क्योेंकि उन्हें विधान परिषद में भाजपा व सहयोगी दलों के सदस्यों का पूरा साथ व समर्थन मिलेगा. साथ ही साथ चूंकि इस समय केंद्र में भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाली सरकार पूरी तरह से शिक्षकों के लिए अनुकूल व सकारात्मक है. ऐसे में यह संभाग के शिक्षकोें हेतु काफी फायदेमंद स्थिति रहेगी. अत: संभाग के शिक्षकों ने डॉ. नितीन धांडे को ही अपना विधायक चुनना चाहिए.
– प्रवीण पोटे पाटिल
पूर्व राज्यमंत्री व विधान परिषद सदस्य

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