डॉ. वर्षा देशमुख बनी विधि महाविद्यालय की प्राचार्य
75 वर्ष में पहली महिला प्राचार्य बनने का इतिहास रचा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.5 – स्थानीय श्री शिवाजी शिक्षा संस्था अमरावती द्वारा संचालित डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय के प्राचार्य पद पर प्रा. डॉ. वर्षा नितीन देशमुख की नियुक्ति की गई है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, इस महाविद्यालय के 75 वर्षों के इतिहास में पहली बार किसी महिला की प्राचार्य पद पर नियुक्ति हुई है. बता दें कि, डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय की स्थापना खुद देश के प्रथम कृषि मंत्री, भारतीय संविधान सभा के सदस्य तथा शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख द्वारा सन 1946 में की गई थी.
विधि महाविद्यालय की प्रथम महिला प्राचार्य नियुक्त डॉ. वर्षा नितीन देशमुख बेहद संयमी, सकारात्मक उर्जा से भरपुर, अविरत कार्यरत रहनेवाली, अनुशासनप्रिय, मित भाषी तथा सर्वसामान्यों में एक असामान्य व्यक्तित्व के तौर पर प्रसिध्द है. बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य रहनेवाली डॉ. वर्षा देशमुख ख्यातनाम विधितज्ञ व उत्तम संशोधक भी है और उन्होंने कई राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय परिषदों तथा शोध पत्रिकाओं में अपने विचार रखते हुए एक अलग पहचान बनायी है.
अपनी नियुक्ति के पश्चात अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. वर्षा देशमुख ने कहा कि, श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख तथा संस्था के कार्यकारी मंडल द्वारा जिस विश्वास के साथ उन्हेें प्राचार्य पद की जवाबदारी सौंपी गई है, उसकी कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही वे विधि महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास हेतु कटिबध्द रहेगी. साथ ही महाविद्यालय को युजीसी के नैक मानांकन में अव्वल दर्जा दिलवाने, संशोधन केंद्र का विकास करने, विद्यार्थियोें के कौशल्य विकास पर ध्यान देने तथा उन्हेें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने को पहली प्राथमिकता देगी. इस नियुक्ती के लिए प्रा. डॉ. वर्षा देशमुख का हर स्तर पर अभिनंदन किया जा रहा है.