संभाग के 25 बांधों से अब भी जलनिकासी जारी
सभी छोटे-बडे व मध्यम प्रकल्पों में लबालब जलसंग्रह
अमरावती प्रतिनिधि/दि.12- अमरावती संभाग के 9 बडे, 25 मध्यम एवं 477 छोटे ऐसे कुल 511 सिंचाई प्रकल्पों में इस समय जलसंग्रहण की स्थिति बेहद शानदार और बेहतरीन है. साथ ही बडे व मध्यम प्रकल्पों में जलग्रहण क्षेत्रों से पानी की आवक लगातार जारी है. ऐसे में कुल 25 बडे व मध्यम प्रकल्पों से लगातार नदियों में पानी छोडा जा रहा है, ताकि बांधों में जलस्तर की स्थिति को नियंत्रित रखा जा सके.
अमरावती जिले सहित संभाग के सबसे बडे बांध अप्पर वर्धा में इस समय 100 फीसदी जलसंग्रहण की स्थिति बरकरार है. जिसके मद्देनजर इस बांध के दो दरवाजों को 20 सेंटीमीटर तक खोलकर प्रति सेकंड 65 दलघमी जलविसर्ग किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर यवतमाल जिले के पुस प्रकल्प में भी 100 फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है. जहां से एक दरवाजे को 23 सेंटीमीटर तक खोलकर प्रति सेकंड 51.16 दलघमी पानी छोडा जा रहा है. इसी तरह यवतमाल के अरूणावती प्रकल्प में 99.94 फीसदी जलसंग्रहण रहने की वजह से दो दरवाजों को पांच सेंटीमीटर तक खोलते हुए प्रति सेकंड 12 दलघमी पानी छोडा जा रहा है.
इसके अलावा अकोला जिले के काटेपूर्णा प्रकल्प से चार गेट को 30 सेंटीमीटर खोलते हुए 102.33 तथा बुलडाणा जिले के खडकपूर्णा प्रकल्प के तीन दरवाजों को 30 सेंटीमीटर खोलते हुए 100 दलघमी पानी प्रति सेकंड नदियों में छोडा जा रहा है. इस समय संभाग के सभी 9 बडे प्रकल्पों में औसत 99 प्रतिशत जलसंग्रहण हो चुका है. वहीं 25 मध्यम प्रकल्पों में औसत 92.28 फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है. जिसमें से अमरावती के शहानुर, पूर्णा, सापन, यवतमाल के अधरपूस, सायखेडा, गोकी, वाघाडी, नवरगांव, अकोला के निर्गुणा, मोर्णा, उमा, घुंगशी बैरेज, वाशिम के अडाण, सोनल, एकबूर्जी तथा बुलडाणा के ज्ञानगंगा, मस, कोराडी, तोरणा व उतावली इन प्रकल्पों से लगातार जलनिकासी की जा रही है. वहीं संभाग के 477 लघुप्रकल्पों में औसत 88.79 फीसदी जलसंग्रण हो चुका है.