यवतमाल/दि.18– संभाग के 256 राजस्व मंडलों में सूखे जैसे हालात की घोषणा सरकार ने कर दी. जिसमें अमरावती जिले के 79, बुलडाणा के 72, अकोला के 51, यवतमाल के 16, वाशिम के 38 मंडलों का समावेश है. इस घोषणा से किसानों को राहत मिलेगी. उन्हें बिजली बिल, सहकारी कर्ज, विद्यार्थियों के परीक्षा शुल्क, पेयजल आदि में राहत की घोषणा रहने की संभावना है. इन क्षेत्र में राजस्व वसूली में रियायत रहेगी. सहकारी कर्ज का पुनर्गठन होगा. खेती संबंधी भी ऋण की वसूली नहीं की जा सकेगी. खेती के बिजली बिल में 33 प्रतिशत रियायत रहेगी, उसीप्रकार कनेक्शन नहीं काटे जा सकेंगे. रोगायो अंतर्गत कामों के मापदंड भी शिथिल होंगे.
प्रदेश सरकार ने पहले संभाग के बुलडाणा और लोणार तहसील सहित 40 तहसीलों में सूखा घोषित किया है. अतिवृष्टि और टिड्डी दल के कारण उत्पादन में भारी कमी आई है. अनेक तहसीलों में हालात खराब रहने पर भी सूखा घोषित नहीं किए जाने से असंतोष का वातावरण था. आंदोलन किए गए, जिसके बाद सरकार ने सूखा जैसे हालात घोषित किए. 63 तहसीलें बुरी तरह प्रभावित होने की बात मंजूर की.
यवतमाल जिले में औसत से अधिक 115 प्रतिशत बारिश हुई है. सरकार के रिकार्ड में यह बारिश संतोषजनक कही जा सकती है. किंतु खरीफ सीजन के आरंभ अर्थात जून में बारिश नहीं हुई थी. जुलाई में सभी 16 तहसीलों में अतिवृष्टि हुई. किसानों का काफी नुकसान हुआ. हजारों हेक्टेयर फसल चौपट हो गई. अनेक खेतों में बाढ का पानी जाने से गहरे गड्ढे हो गए. खेती किसानी मुश्किल हो गई. सरकार ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा देने की घोषणा की है. अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिलने की शिकायत किसान कर रहे है.
विदर्भ के नागपुर जिले के 11, वर्धा जिले के 12, भंडारा-1, चंद्रपुर के 2 राजस्व मंडलों में भी सूखे जैसे हालात की घोषणा हुई है.