औषधी निरीक्षक रिश्वत स्वीकारते गिरफ्तार
अच्छी रिपोर्ट देने की ऐवज में मांगे थे 10 हजार रुपए
वर्धा /दि.3– दवा प्रतिष्ठान व एजेंसी की सकारात्मक रिपोर्ट बनाकर देने के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगते हुए मध्यस्थ के जरिए 7 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकारते हुए अन्न व औषध प्रशासन विभाग के औषधी निरीक्षक सतिश हिरासिंह चव्हाण (48, वर्धा) तथा प्रवीण यादवराव पाथरकर (46, केलकरवाडी) को नागपुर के भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के दल ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया.
मिली जानकारी के मुताबिक स्नेहल नगर निवासी 37 वर्षीय शिकायतकर्ता का मेडिकल स्टोअर व मेडिकल एजेंसी का व्यवसाय है. जहां पर निरीक्षक हेतु पहुंचकर औषधी निरीक्षक सतिश चव्हाण ने इंस्पेक्शन रिपोर्ट को शिकायतकर्ता के पक्ष में सकारात्मक ढंग से तैयार करने हेतु 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी और रिश्वत की रकम को प्रवीण पाथरकर के मार्फत स्वीकार करने की बात कहीं थी. पश्चात औषधी निरीक्षक सतिश चव्हाण ने शिकायतकर्ता से पाथरकर के मार्फत 7 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकारी. परंतु इससे पहले शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दे दी थी और एसीबी ने शिकायत पर पडताल करते हुए पहले से ही अपना जाल बिछा रखा था. जिसके चलते औषध निरीक्षक सतिश चव्हाण को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथ पकडा गया. साथ ही इस मामले में बिचौलिएं की भूमिका निभाने वाले प्रवीण पाथरकर को भी गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद दोनों के खिलाफ शहर पुलिस मेें अपराध दर्ज करने की कार्रवाई शुरु की गई.