बच्चू कडू के प्रयासों से महावितरण के अस्थायी कर्मियों को मिला न्याय
ठेकेदार ने दिया ५० लाख का धनादेश
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९ – महावितरण कंपनी में अस्थायी तौर पर काम करनेवाले कामगारों पर ठेकेदार द्वारा अन्याय किया जा रहा था. इस संबंध में जब कामगार मंत्री बच्चू कडू (Bacchu Kadu) को पता चला तो उन्होंने कामगारों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए ठेकेदार को जमकर फटकार लगायी. इसके बाद आज शासकीय विश्रामगृह में कामगार राज्यमंत्री बच्चु कडू के प्रयासों से कामगार संगठन को ५० लाख रूपयों का धनादेश सौंपा गया. यहां बता दें कि, महावितरण कंपनी में अस्थायी तौर पर कामगार काम करते है.
जिले में लगभग ३५० युवा कामगार है, यह युवा कामगार अपना काम बेहतर ढंग से निभा रहे है. बावजूद इसके महावितरण कंपनी के ठेकेदार ने ३५० युवा कामगारों के वेतन में कटौती कर दी. इस वेतन कटौती से अस्थायी युवा कामगारों की भरण-पोषण की समस्या भी निर्माण हुई. जिसके बाद ठेकेदार की मनमानी कार्यप्रणाली के खिलाफ सभी ३५० कामगारों ने हडताल आरंभ की. इस हडताल की गंभीरता से दखल लेने के लिए ठेकेदार तो दूर, महावितरण के अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे थे. जिसके बाद कामगारों ने हडताल को जारी रखा. इस हडताल की जानकारी कामगार मंत्री बच्चू कडू को मिलते ही उन्होेंने तुरंत संबंधित महावितरण विभाग के अधिकारियोें के साथ चर्चा की. इतना ही नहीं तो ठेकेदार को भी जमकर लताड लगायी.
कामगार राज्यमंत्री बच्चू कडू ने कहा कि, यदि अस्थायी कामगारों की वेतन की राशि में कटौती को लौटाया नहीं गया तो पहले बात, फिर लात का इस्तेमाल किया जायेगा. जिसके बाद ठेकेदार ने राज्यमंत्री बच्चू कडू की चेतावनी से घबराकर अस्थायी कामगारों को वेतन देने के लिए ५० लाख रूपयों का धनादेश दिया. आज राज्यमंत्री बच्चू कडू के हाथों ३५० कामगारों को ५० लाख के धनादेश का वितरण किया गया.