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वर्ष 2005 से अब तक की ऑडिट रिपोर्ट मांगी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – स्थानीय जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में उजागर हुए 3.39 करोड रुपयों के कमिशन घोटाले का मामला अब ईडी तक पहुंच गया है और ईडी ने इस मामले की अपनी ओर से जांच भी शुरू कर दी है. जिसके तहत विगत 24 अगस्त को मुंबई ईडी विभाग की ओर से बैंक के तत्कालीन प्रशासक संदीप जाधव को तलब किया था. जिसके चलते 24 अगस्त की सुबह तत्कालीन प्रशासक संदीप जाधव सुबह करीब 11 बजे मुंंबई स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे. जहां पर रात करीब 8.30 बजे तक ईडी के अधिकारियों ने संदीप जाधव से संपूर्ण मामले की जानकारी ली. वहीं उनसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी लिये.
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने इस पूरे मामले में वर्ष 2005 से अब तक के संपूर्ण दस्तावेज, ऑडिट रिपोर्ट एवं सीसीटीवी फुटेज मांगे है, ऐसी जानकारी प्राप्त हुयी है. ऐसे में आनेवाले दिनों में इसमें कई अधिकारी और संबंधितों पर ईडी की कार्रवाई की गाज गिर सकती है. 9 घंटे तक चली पूछताछ में जाधव द्वारा काफी खुफिया जानकारी ईडी को दिये जाने की चर्चा चल रही है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस पूरे मामले को लेेकर खुद संदीप जाधव ने ही विगत 15 जून को कोतवाली पुलिस थाने मेें शिकायत दर्ज करते हुए बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ चार अधिकारी, कर्मचारी और संबंधित कंपनी के व्यवस्थापक व 5 ब्रोकरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बाद यह मामला पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने आर्थिक अपराध शाखा को सौंपा था. मगर जैसे ही यह बात सामने आयी कि, यह घोटाला महज 3.39 करोड रूपयों का नहीं है, बल्कि घोटाले की रकम 250 करोड रूपयों से अधिक है, तो इस मामले में ईडी की एंट्री हो गई और अब इस मामले की जांच ईडी द्बारा शुरु कर दी गयी है. अमरावती शहर व जिले के इतिहास में पहली बार किसी घोटाले की जांच में ईडी को नियुक्त किया है. जिसके चलते संबंधितों में हलचल मची हुई है. वैसे भी ईडी के कार्रवाई से इन दिनों समूचे महाराष्ट्र में हलचल मची हुई है. राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ईडी के कार्रवाई के डर के कारण विगत कई दिनों से अंडरग्राउंड चल रहे है. वहीं अब अमरावती में भी ईडी की वजह से कई लोगों की नींदें उडी हुई है.