यवतमाल/दि.१९ – राज्य में ईडी, आईटी, एनसीबी का इस्तेमाल केंद्र सरकार राजनीतिक हथियार के रूप में कर रही है. राकांपा सुप्रीमो शरद पवा, मंत्री हसन मुश्रीफ के खिलाफ भी यह प्रयोग किया गया. यह सनसनीखेज आरोप विधायक रोहित पवार ने लगाया है.
विधायक रोहित पवार ने पुसद भेंट में नाईक बंगले पर मीडिया कर्मियों से बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि लोगों का ध्यान दूसरी ओर बढाने व लोगों के मन में झूठी बातें फैलाने का यह प्रयोग किया जा रहा है. यहीं राजनीतिक हथियार का उपयोग कर जनता के सामने गलत पर्सेप्शन तैयार करने का खेल भाजपा कर रही है.
विधायक रोहित पवार ने स्वायत्त संस्था की पहली जानकारी भाजपा के किरीट सोमय्या को कैसी मिलती है, यह सवाल भी उन्होंने उठाया. छापेमारी करने के बाद कुछ मिलता नहीं. परंतु भाजपा प्रपोगंडा करती है, जिससे लोगों के मन में संभ्रम निर्माण होता है. बिहार विधानसभा की पार्श्वभूमि पर फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह आत्महत्या के मामले में संदेह निर्माण किया गया. फिल्म अभिनेता शाहरूख खान के बेटे पर एनसीबी ने कार्रवाई कर लोगों का ध्यान दूसरी तरफ खींचने की नीति बनाने की चर्चा है
रोहित पवार ने कहा कि मराठा आरक्षण पर भाजपा को बोलने का कोई अधिकार नहीं है. पूरा मामला केंद्र का है. संसद के अधिवेशन में एक भी भाजपा सांसद ने इस मुद्दे को नहीं उठाया. संभाजीराजे को भी सांसद संजय राऊत के हस्तक्षेप के बाद बोलने का मौका दिया गया. भाजपा पर हमला बोलते हुए पवार ने कहा कि राज्य के अधिकार केंद्र ने छिन लिए है. केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा किए गए फेडरलाईजेशन एमेंडमेंट यह अधिकार हटाने का निर्णय जल्दबादी में लेने के बाद भाजपा चुप क्यों बैठी है. इसके बाद आरक्षण की बिन बजाने के लिए चुप्पी तोडी है. इस समय राकांपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री मनोहर नाईक, विधायक इंद्रनील नाईक, नगराध्यक्ष अनिता नाईक, ययाती नाईक आदि उपस्थित थे.