* 3 कंपनियों के 19 मालिक, भागीदारों पर केस
छत्रपति संभाजी नगर/ दि. 17- मनपा क्षेत्र में क्रियान्वित प्रधानमंत्री आवास योजना के टेंडर में घोटाला उजागर हुआ था. एक ही लॅपटॉप से टेंडर भरे गए थे. तीन कंपनियों के 19 मालक- भागीदारों के खिलाफ अपराध दर्ज करने के बाद आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय ईडी की टीम ने छापे मारी आरंभ की. इसके कारण समूचे महानगर में खलबली मची है. घोटाले में कई चौंकानेवाले खुलासे हो रहे हैं. ईडी के छापे से और काफी कुछ उजागर होने का दावा किया जा रहा है.
* प्रशासक का गहन अवलोकन
मनपा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने पीएम आवास योजना टेंडर का बारीकी से अवलोकन किया. उसमें गडबडी देखी. यह निविदा सिंगल आयपी एड्रेस से भरी गई थी, इस बात का खुलासा हुआ. फिर यह भी खुलासा हुआ कि एक ही लॅपटॉप से चारों कंपनियों ने टेंडर भरे थे. घपला उजागर होने के बाद गुरूवार रात उपायुुक्त अर्पणा थेटे ने सिटी चौक थाने में शिकायत दी.
* ईडी को दिए कागजात
थाने में शिकायत के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने टेंडर संबंधी कागजात मंगवाए. दो उद्योजेकों के तीन ठिकानों पर ईडी ने आज सबेरे 6 बजे से रेड की है. अहिंसानगर, पान दरीबा और नवाबपुरा में ईडी की टीम छानबीन में लगी है.
* ऐसे हुआ घपला
पीएम आवास योजना का टेंडर भरते समय तीन ठेकेदारों ने रिंग बना लिया. एक ही एड्रेस से निविदा भरी गई. समरथ कन्स्ट्रक्शन, इंडो ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेस, जगवार ग्लोबल सर्विसेस इन ठेकेदारों और उनके भागीदारों के विरूध्द धोखाधडी की शिकायत दी गई है. शिकायत में कहा गया कि आर्थिक कूवत न रहते हुए भी पालिका से धोखा किया. इसके कारण आवास योजना साकार न हो सकी. समरथ कंपनी बैंक गारंटी भी समय पर नहीं भर सकी. बारंबार रिमाइंडर के बाद पडेगांव की घरकुल योजना हेतु कंपनी ने बैंक गारंटी भरी.