नागपुर/दि.17- हज यात्रा जाने का कार्यक्रम घोषित होने में कुछ ही दिन बाकी है. लेकिन सरकार ने अब तक राज्य हज समिति का अध्यक्ष मनोनीत नहीं किया है.अध्यक्ष पद के चुनाव हेतु अल्पसंख्यक विभाग ने दो बार तारीख घोषित की. किन्तु वोटिंग स्थगित कर दी गई. अध्यक्ष नहीं रहने से समिति पर मनोनीत सदस्यों को कार्य के अधिकार नहीं मिल पाए हैं. जिससे वे हज यात्रियों की मदद नहीं कर पा रहे हैं. अधिकारियों की भी कोई बात नहीं सुन रहे. माना जा रहा है कि ऐसा ही रहा तो हज यात्रा के प्रस्थान कार्यक्रम की व्यवस्था चरमरा जाएगी.
उल्लेखनीय है कि नागपुर इंबार्केशन पॉईंट डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय विमानतल से समूचे विदर्भ और छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश के यात्री भी इस बार यहां से रवाना होंगे. नागपुर हज हाऊस में व्यवस्था रहेगी. किन्तु हज कमेटी का अध्यक्ष चुना नहीं गया है, इससे समस्या बढ़ने की आशंका बताई जा रही है.
* दो की सदस्यता पर उठे थे सवाल
19 जनवरी के शासनादेश से हज कमेटी मेंबर्स का चयन किया गया. इसके बाद अल्पसंख्यक विभाग ने घोषणा की कि 3 फरवरी को अध्यक्ष का चुनाव होगा. किन्तु चुनाव नहीं हुआ. इसके बाद 13 फरवरी को वोटिंग किए जाने की घोषणा की गई. इस तारीख पर भी चुनाव स्थगित हो गया. इस बार चुनाव स्थगन का कारण चयनीत दो लोगों की सदस्यता पर सवाल खड़े होना बताया गया. जानकारी के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए एजाज देशमुख का नाम तय था. लेकिन इसी बीच सत्तापक्ष से ही देशमुख और एक अन्य सदस्य के चयन को लेकर विरोध होने लगा. नागपुर विभागीय आयुक्त के पास यवतमाल निवासी चयनीत सदस्य के चयन पर ऐतराज जताया गया. वहीं देशमुख के लिए तर्क दिया गया कि वे तत्कालीन राज्य समिति में सदस्य रहे हैं. उस समिति को गड़बड़ी के आरोप में बर्खास्त किया गया था. शायद इन्हीं कारणों से राज्य हज समिति के अध्यक्ष पद हेतु अब तक चुनाव नहीं हो पाया है. कहा जा रहा है कि दोनों सदस्यों की सदस्यता बचाने के लिए चुनाव अटका है. अधिकारी से लेकर समिति के चयनीत सदस्य भी इस विषय में कुछ नहीं कह रहे हैं. उधर सदस्य आसीफ खान ने उपमुख्यमंत्री को पत्र देकर समिति की बैठक के लिए अनुरोध किया है ताकि अध्यक्ष चुना जाए और हज यात्रा के लिए प्रस्थान करने से पहले कार्यक्रम व्यवस्था सुचारु हो सके.
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