* 13,400 लाख यूनिट की अतिरिक्त विद्युत खरीदी
मुंबई/दि.2 – मानसून में होने वाले विलंब को देखते हुए इस बार गर्मी का मौसम थोडा लंबा चल रहा है. इसकी वजह से एसी, पंखे व कुलर जैसे उपकरण बडे पैमाने पर प्रयोग में लाए जा रहे है. ऐसे में बिजली का उपयोग काफी बडे पैमाने पर पड गया है और मुंबई को छोडकर समूचे राज्य में बिजली की मांग 23 हजार 285 मेगा वैट पर जा पहुंची है. ऐसे में राज्य में बिजली की बढती मांग को पूरा करने के लिए मार्च, अप्रैल व मई माह के दौरान लघुकालीन करार व पॉवर एक्सचेंज के जरिए 13 हजार 400 लाख यूनिट अतिरिक्त बिजली की खरीदी करते हुए मांग के अनुरुप विद्युत आपूर्ति किए जाने का दावा महावितरण द्बारा किया गया है.
* बिजली की अधिकतम मांग
मार्च 24,983 मेगा वैट
अप्रैल 24326 मेगा वैट
मई 24,047 मेगा वैट
* कब कितनी बिजली खरीदी
– विद्युत खरीदी के लिए लघुकालीन करार किया गया
मार्च 300 मेगा वैट
अप्रैल 400 मेगा वैट
मई 400 मेगा वैट
कुल 656 दशलक्ष यूनिट
– पॉवर बैंकिंग से ली गई बिजली
मार्च 500 मेगा वैट
अप्रैल 450 मेगा वैट
मई 250 मेगा वैट
– पॉवर एक्सचेंज से खरीदी गई बिजली
मार्च 139 दशलक्ष यूनिट
अप्रैल 329 दशलक्ष यूनिट
मई 216 दशलक्ष यूनिट
* बढती मांग को पूरा करने हेतु उठाए गए कदम
– पॉवर एक्सजेंच की सुविधा का लाभ लिया गया
बिजली की उपलब्धता व दरों को ध्यान में रखते हुए नियमित तौर पर पॉवर एक्सजेंच से बिजली खरीदी जाती है.
* प्राकृतिक आपदा के चलते विद्युत आपूर्ति खंडित होती है. उच्च क्षमता वाली विद्युत वाहिणीयों में गडबडी आने पर महावितरण के पास विद्युत उपलब्ध रहने के बावजूद ग्राहकों तक आपूर्ति नहीं हो पाती. ऐसे में मांग के अनुरुप विद्युत उपलब्ध नहीं होने की समस्या कभी पैदा ही नहीं हुई.
– विजय सिंघल,
अध्यक्ष, महावितरण