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बिजली दर वृध्दि पर महावितरण को खरी-खरी

पिसाई 10 रूपए किलो होगी’

* जन सुनवाई में रेट बढाने का कडा विरोध
नागपुर / दि. 4- महावितरण की दरवृध्दि याचिका पर महाराष्ट्र प्रदेश नियामक आयोग की ई-सुनवाई में उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पडा. प्रस्ताव का तीव्र विरोध करते हुए लोगों ने कहा कि यह दरवृध्दि कंपनी की अकार्यक्षमता एवं भ्रष्टाचार की देन है. इसका खामियाजा आमजनों को उठाना पडेगा. गेहूं की पिसाई भी 10 रूपए किलो हो जायेगी. महावितरण के दावों के विपरित दरवृध्दि 44 प्रतिशत तक हो जाने का आरोप करते हुए कहा गया कि लोगों का बिल भरना मुश्किल होगा.
* 18 प्रांतों में लोड शेडिंग
वनामती सभागार में शुक्रवार सुबह 10 बजे जन सुनवाई आरंभ हुई. आयोग के अध्यक्ष संजय कुमार, सदस्य मुकेश खुल्लर एवं आईएम बोहरी, वीडियो कान्फरंस के माध्यम से जुडे. महावितरण के प्रभारी संचालक योगेश गडकरी ने दरवृध्दि का समर्थन करते हुए कहा कि देश के 18 प्रांतों में लोड शेडिंग हो रही है. लेकिन महाराष्ट्र में इसकी नौबत नहीं आयी. कंपनी ने वर्ष 2023-24 के लिए 14 एवं 24-25 के लिए 11 प्रतिशत वृध्दि प्रस्तावित की है.
* 4 वितरण कंपनी बनाएं
विदर्भ इंडस्ट्री असो. के आर.बी. गोयनका ने कहा कि वितरण क्षेत्र को और प्रभावी बनाने महावितरण का 4 कंपनियों में विभाजन होना चाहिए. कृषि ग्राहकों के लिए अलग कंपनी और नये संयत्र नहीं स्थापित करने की अपील की. कोल्ड स्टोरेज असो. के आदित्य झुनझुनवाला ने कृषि उपज के लिए कोल्ड स्टोरेज हेतु अलग रियायती श्रेणी बनाने की मांग की. जनता दल के प्रताप होगाडे ने आरोप लगाया कि महावितरण ने कृषि में बिजली उपयोग को अधिक बताया है. होगाडे ने कृषि पंप के बकाये पर भी सवाल उठाया. उन्होंने प्रत्यक्ष खेत में जाकर जांच की मांग की. केशव सोनटक्के ने लॉन्ड्री व्यवसाय के लिए पहले के समान औद्योगिक दर पर बिजली देने की मांग की.
* पडोसी राज्यों से महंगी
महेन्द्र जिचकार ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में पहले ही महंगी बिजली है. ऐसे में उद्योग चलाना कठिन हो रहा है. वर्तमान बिजली दर में इंधन समायोजन शुल्क जोडने का उन्होंने विरोध किया. कांग्रेस नेता प्रफुल्ल गुडधे ने ई- जन सुनवाई पर एतराज जताया और कहा कि इसमें जनता की भागीदारी नहीं है. जनता पर बोझ डाला जा रहा है. लेकिन उसकी ही नहीं सुनी जा रही. महावितरण को घाटा हुआ. लेकिन इससे लोगों को क्या लेना देना.
* कुटीर उद्योग पर असर
ुकुटीर उद्योग के शिवकुमार अग्रवाल ने कहा कि कोविड काल में कुटीर उद्योग ने देश को संभाला. बिजली दरवृध्दि से आटा मिलों पर असर पडेगा. गेहूॅ की पिसाई 10 रूपए प्रति किलो तक हो जायेगी.

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