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राज्यभर से केवल 2,605 अर्जी प्राप्त
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फिर मुदत वृध्दि देने का महामंडल का प्रस्ताव नहीं
अमरावती प्रतिनिधि/दि.29 – एसटी महामंडल ने खर्च में कटौती और बचत करने के लिए घोषित की हुई स्वेच्छानिवृत्ति योजना को दूसरी बार मुदत वृध्दि देकर भी अमरावती जिले में अब तक केवल 36 आवेदन महामंडल को प्राप्त हुए है. राज्यभर में स्वेच्छानिवृत्ति योजना के अंतिम दिन यानी 23 जनवरी तक केवल 2,605 अर्जी प्राप्त होने से कर्मचारी स्वेच्छानिवृत्ति लेने के लिए उत्सूक न रहने की बात दिखाई देती है.
कोरोना के चलते एसटी का यात्री उत्पन्न डूब गया है. कर्मचारियों को वेतन देने के लिए एसटी व राज्य सरकार की आर्थिक मदत पर निर्भर रहना पडता है. जिससे वेतन पर होने वाला खर्च कम और आर्थिक संकट से सवरने के लिए महामंडल ने अधिकारी, कर्मचारियों के लिए स्वेच्छानिवृत्ति योजना लागू करने का निर्णय लिया है. 30 जून 2020 को उम्र के 50 वर्ष पूर्ण करने वालों के लिए यह योजना है. वहीं 1 जुलाई 2020 से दिसंबर 2020 तक नये सिरे से शामिल होने वाले कर्मचारियों का भी इसमें समावेश होगा. राज्य में एसटी में फिलहाल 1 लाख अधिकारी, कर्मचारी है. उनमें से 27 हजार कर्मचारी पात्र रहेंगे, ऐसी संभावना महामंडल ने व्यक्त की है किंतु प्रत्यक्ष में मात्र अब तक अमरावती जिले से 36 कर्मचारियों ने ही स्वेच्छानिवृत्ति के लिए अर्जी की है. जिसमें चालक व वाहकों की संख्या ज्यादा है.
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राज्य सरकार के मदत की प्रतिक्षा
स्वेच्छा निवृत्ति योजना अमल में लाने के लिए आवश्यक 1400 करोड रुपए का निधि उपलब्ध न रहने से एसटी महामंडल राज्य सरकार के मदत की प्रतिक्षा में है. राज्य सरकार ने आज भी स्वेच्छानिवृत्ति योजना को मंजूरी नहीं दी. इसकारण आर्थिक निधि का भी प्रश्न उपस्थित होता है.
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ऐसी है स्वेच्छानिवृत्ति योजना
जो कर्मचारी स्वेच्छानिवृत्ति लेंगे उन्हें शेष हर वर्ष के लिए 3 महिने का वेतन (मूल वेतन व महंगाई भत्ता) दिया जाएगा. फिलहाल वेतन पर हर महिने 290 करोड रुपए खर्च होते है. उनमें से 27 हजार ज्येष्ठ कर्मचारियों के वेतन पर हर महिने कुल 100 करोड तथा शेष 75 हजार कर्मचारियों पर 170 से 180 करोड रुपए खर्च होते है. परिणाम स्वरुप इस स्वेच्छानिवृत्ति योजना से वेतन पर हर महिने खर्च होने वाले 100 करोड रुपए की बचत होगी.
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अमरावती में 36 आवेदन
एसटी महामंडल में काम करने वाले अमरावती जिले के कर्मचारियों में से 36 कर्मचारियों ने स्वेच्छानिवृत्ति के लिए अर्जी दी है. पहिले इस योजना की अवधि 31 दिसंबर थी, लेकिन उसे बढाकर 23 जनवरी की गई है. इस दौरान 36 कर्मचारियों ने स्वेच्छानिवृत्ति के लिए अर्जी दी है.
– उमेश इंगले, अमरावती जिला नियंत्रक, राज्य परिवहन महामंडल