* मैनेज किए जाने का भी लगाया आरोप
अमरावती/दि.4- महाराष्ट्र इंजीनियर्स असो. ने आज दोपहर जिला परिषद पर जोरदार आंदोलन कर गांव-देहात के दर्जनों विकास कामों में लगाई गई अव्यवहारिक शर्तो को रद्द करवाया. यह आंदोलन अमरावती अध्यक्ष अश्विन पवार के नेतृत्व में किया गया. पवार की अगुआई में शिष्टमंडल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी के स्थान पर कार्यकारी अभियंता गायकवाड से चर्चा की. असो. का दावा है कि मिनी मंत्रालय प्रशासन ने अपनी भूल स्वीकार की. कडी शर्त हटा दी. जिससे अब सामान्य पंजीबद्ध इंजीनियर्स उपरोक्त विकास कार्य का जिम्मा लेने पात्र रहेंगे.
आंदोलन में कार्याध्यक्ष उज्वल पांडे, सचिव शुभम गिरी, अनिकेत फाटे, निशांत लकडे, मिर्जा बेग, अंकुश टोपले, शुभम शेलोकार, कुशल कांचोले, विशाल खडसे, अभिषेक राउत, शुभम खवले, शुभम काकड, अंकुश लोंढे, प्रशांत भोरे आदि अनेक सहभागी हुए थे. असो. ने टेंडर नोटिस की कॉपी सहित दो पेज का निवेदन सौंपा. जिसमें सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता, नवोदित ठेकेदार, सामान्य ठेकेदार की तफर से चार मांगे मुख्य रुप से रखी. जिसमें हॉटमिक्स डांबर प्लान्ट धारक का जिला परिषद अथवा ग्राम विकास विभाग में पंजीयन रहने की कडी शर्त हटाने की मांग की गई. कहा गया कि ऐसा कोई शासन नियम अथवा जीआर नहीं है. ऐसे ही 30 प्रतिशत समकक्ष काम की शर्त भी हटाने कहा गया. आंदोलन सफल रहा. प्रशासन ने कडी शर्ते हटा ली.