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इससे पहले भी दो वाहनों द्वारा पीछा किये जाने की सामने आयी जानकारी

पत्नी ज्योति मेटे ने पूरे मामले की जांच को लेकर उठाई मांग

* मेटे का ड्राईवर लगातार बदल रहा बयान
मुंबई/दि.16- बीते रविवार को शिवसंग्राम संगठन के नेता व पूर्व विधायक विनायक मेटे की मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे पर हुए हादसे में मौत हो गई थी. वहीं अब इस हादसे को लेकर रोजाना नई-नई जानकारियां सामने आ रही है और यह संदेह लगातार गहरा रहा है कि, क्या यह वाकई एक हादसा है, या फिर इसके पीछे कोई साजीश है. जिसे लेकर विनायक मेटे की पत्नी ज्योती मेटे ने कई सवाल उपस्थित करते हुए इस हादसे पर सवालियां निशान लगाये है. ऐसे में पुलिस द्वारा पूरे मामले की अब बडे सघन तरीके से जांच की जा रही है. जिसके तहत पुलिस ने घटना के समय पूर्व विधायक मेटे की कार चला रहे वाहन चालक एकनाथ कदम से कई बार पूछताछ की है, ताकि घटना के वक्त हकीकत में क्या हुआ था. इसकी जानकारी सामने लायी जा सके. लेकिन वाहन चालक एकनाथ कदम द्वारा बार-बार अपना बयान बदला जा रहा है.
वहीं दूसरी ओर मेटे समर्थक रहनेवाले अप्पासाहब वायकर नामक व्यक्ति की एक ऑडिओ क्लिप इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसमें अप्पा वायकर द्वारा इससे पहले विगत 3 अगस्त को भी मुंबई से वापिस लौट रहे पूर्व विधायक विनायक मेटे का कुछ लोगों द्वारा पीछा किये जाने की बात कही गई है और बताया गया है कि, 3 अगस्त को एक आर्टीगो कार तथा आयशर ट्रक ने मेटे की कार के आगे-पीछे चलते हुए करीब दो किमी तक उनका पीछा किया था और उस रात भी कथित रूप से मेटे की कार को टक्कर मारने का प्रयास किया गया था. विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत रविवार की रात भी आयशर ट्रक द्वारा ही पूर्व विधायक मेटे की कार को टक्कर मारी गई है और इस हादसे में मेटे की मौत हुई. ऐसे में अब इस बात की जांच हो रही है कि, क्या 3 अगस्त की रात पीछा करनेवाला आयशर ट्रक और रविवार 14 अगस्त की रात टक्कर मारनेवाला आयशर ट्रक कहीं एक ही वाहन तो नहीं है. जिसे लेकर आयशर ट्रक के वाहन चालक और मेटे की कार के चालक को आमने-सामने बिठाकर उनसे पूछताछ की जा रही है.

* ज्योती मेटे ने जताया अपने ड्राईवर पर संदेह
अपने पति की मौत को संदेहास्पद बताते हुए ज्योती मेटे ने कहा कि, 14 अगस्त की रात उन्हें जैसे ही अपने पति के साथ सडक हादसा होने की सूचना मिली, तो उन्होंने अपने पति के दोनों मोबाईल नंबरों पर फोन लगाया, लेकिन कॉल नहीं जा रही थी. ऐसे में उन्होंने कार के ड्राईवर एकनाथ कदम के मोबाईल पर फोन किया और उसे अपनी बात विनायक मेटे से कराने हेतु कहा. लेकिन वाहन चालक एकनाथ कदम करीब दो घंटे तक उनके साथ इधर-उधर की बात करता रहा. लेकिन एक बार भी उसने पूरे मामले को लेकर सही जानकारी नहीं दी. ज्योती मेटे ने यह आरोप भी लगाया कि, इस हादसे के बाद विनायक मेटे घायल अवस्था में करीब एक से डेढ घंटे तक घटनास्थल पर ही पडे हुए थे और उन्हें किसी भी तरह की मेडिकल सहायता प्राप्त नहीं हुई. यह अपने आप में बेहद संदेहास्पद है और इसकी जांच होनी चाहिए.

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