* नोट बंदी योग्य, बची हुई नोट का निर्णय कब
कोल्हापुर दि.6 – महाराष्ट्र सहित पांच राज्यों की 11 जिला सहकारी बैंकों में अब भी 500 और 1000 के 147.53 करोड के पुराने नोट पडे हैं. यह नोट धूल खा रहे. बैंकों ने सर्वोच्च न्यायालय में गुहार लगाई थी. अभी तक कोई निर्णय नहीं होने से बैंकों को प्रति वर्ष करोडों का नुकसान हो रहा है. अमरावती जिला बैंक के पास ऐसे पुराने नोट होने की जानकारी है. उसी प्रकार कोल्हापुर जिला बैंक में 25 करोड रुपए की पुरानी करन्सी होने की खबर है.
मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी. इसके विरुध्द कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और अन्य ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. सर्वोच्च न्यायालय ने बहुमत से नोटबंदी के निर्णय को उंचित बताया था. कालाधन बाहर निकालने यह निर्णय लेने की बात कही थी. हालांकि सरकार के हाथ कोई विशेष कालाधन नहीं लग पाया.
रिझर्व बैंक ने जिला बैंक को ग्राहकों से 500 और 1000 के नोट बदलने के लिए 52 दिनों का समय दिया था. बैंकों ने ग्राहकों को नोट बदलकर दिये. रिझर्व बैंक ने जिला बैंकों से पुराने नोट भी वापस लिये. किंतु कुछ रकम रिझर्व बैंक ने नहीं ली. वहीं नोट बैंकों में अब तक पडे हैंं. महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडू, उत्तरप्रदेश और बंगाल की 11 बैंकों में 147 करोड 53 लाख रुपए होने की जानकारी हैं.
अमरावती के 3.70 करोड अटके
अमरावती मध्यवर्ती सहकारी बैंक के भी कोर्ट-कचहरी और निर्णय में विलंब के कारण 3 करोड 70 लाख रुपए अटके होने की पुष्टि जिला बैंक के अध्यक्ष रह चुके बबलू देशमुख ने अमरावती मंडल से आज दोपहर बातचीत में की. उन्होंने बताया कि, इस बारे में सत्र न्यायालय और उच्च न्यायालय ने बैंक के पक्ष में निर्णय सुना दिया है. सरकार सर्वोच्च न्यायालय में गई है. जिसका निर्णय आना बाकी है. शीघ्र फैसले की उम्मीद है.