* 60 पैसे प्रति यूनिट बढोत्तरी!
नागपुर/दि.24- सरकारी बिजली कंपनी महावितरण अपने 40 हजार करोड के घाटे को कवर करने शीघ्र ही दरवृद्धि करने जा रही हैं. दरवृद्धि अटल रहने की बात कहते हुए अधिकृत सूत्रों ने संकेत दिए कि, प्रति यूनिट 60 पैसे की बढोत्तरी हो सकती हैं. जिससे सभी उपभोक्ताओं का बिजली बिल कम से कम 200 रुपए प्रति माह बढेगा. एक जानकार ने बताया कि, लोगों को ज्यादा तेज झटका न लगे इसके लिए बिजली कंपनी पहले वातावरण बना रही हैं. कहा जा रहा है कि, महावितरण व्दारा निजी कंपनी और अन्य प्रांतों से बिजली खरीदी का खर्च 13 प्रतिशत बढ गया हैं.
* प्रति यूनिट खर्च बढा
महानिर्मिती के 7 ताप बिजली घर के 30 संच से बिजली बनती हैं. जुलाई तक प्रति यूनिट 2 रुपए 46 पैसे से लेकर 4 रुपए 95 पैसे का खर्च अगस्त माह से 2 रुपए 84 पैसे और 5 रुपए 47 पैसे तक बढ गया. जिससे कंपनी को गत सितंबर में 34806 करोड रुपए की बिजली खरीदी खर्च आया. इसलिए कंपनी ने बिजली नियामक आयोग से दरवृद्धि की अपील की हैं. आयोग शीघ्र ही इस सिफारिश पर मुहर लगा सकता हैं. स्पष्ट है कि बढा हुआ बिजली खर्च उपभोक्ताओं से ही वसूला जाएगा.
* कोयले की सप्लाई का भी असर
ग्रीष्मकाल में बिजली की खपत बढ जाती हैं. इस बार सरकारी कंपनी कोल इंडिया से 20 प्रतिशत कोयला कम दिए जाने की जानकारी थी. मगर कोयले की यह कमी 20 प्रतिशत से अधिक रही. जिससे महानिर्मिती को बाहर से कोयला खरीदना पडा इसका भी चार्ज अतिरिक्त लगा. यह किमत 20 हजार करोड बताई गई हैं. वरिष्ठ बिजली विशेषज्ञ अशोक पेंडसे ने बताया कि, कुल 40 हजार करोड का अतिरिक्त खर्च महावितरण पर पडा हैं. जिससे दरवृद्धि आवश्यक बताई जा रही हैं.
* ईंधन आकार भी बढ सकता हैं
विद्युत खरीदी का खर्च बढने की स्थिति में ईंधन आकार के रुप में वसूली की जाती हैं. गत जुलाई तक 1 रुपए 35 पैसे प्रति यूनिट ईंधन आकार था अब यह 1 रुपए 90 पैसे प्रति यूनिट हो सकता हैं. इस बारे में महावितरण के अधिकारी से संपर्क करने पर उन्होंने ने ठोस जवाब नहीं दिया.