हर बार बर्दाश्त नहीं करेंगे, अब ईट का जवाब पत्थर से देंगे
पत्रवार्ता में पूर्व उर्जा मंत्री बावनकुले का कथन
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भाजपा कार्यालय पर हुए हमले को लेकर जताया रोष
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शिवसेना को जमकर लिया आडे हाथ
अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – भाजपा की अपनी एक सुसंस्कृत संस्कृति है तथा भाजपा में रहनेवाले को संस्कारों का पालन करना होता है. किंतु इसका यह मतलब भी नहीं कि, कोई भी एैरा-गैरा रास्ता चलते आये और हम पर हाथ छोडकर निकल ले. शिवसेना द्वारा हमारे साथ युती में रहने के दौरान और युती से अलग होने के बाद कई बार मर्यादाओं का उल्लंघन किया गया है. किंतु इस बार शिवसेना और शिवसैनिकों ने अति कर ली है. जिसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बल्कि भाजपा की ओर से अब हमेशा ईट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा. इस आशय का प्रतिपादन बीती शाम अमरावती जिले के दौरे पर पहुंचे राज्य के पूर्व उर्जा मंत्री तथा भाजपा के प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में किया गया. इस पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए पूर्व उर्जा मंत्री बावनकुले ने कहा कि, मुख्यमंत्री होने के नाते उध्दव ठाकरे पर पूरे महाराष्ट्र राज्य और यहां पर रहनेवाले 12 करोड लोगों का जिम्मा है. किंतु उध्दव ठाकरे मुख्यमंत्री की बजाय शिवसेना के पार्टी प्रमुख के तौर पर ही काम कर रहे है. यदि वे चाहते, तो अपने शिवसैनिकों को शांति व संयम से काम लेने का आवाहन कर सकते थे. किंतु उन्होंने ऐसा करने की बजाय पूरे महाराष्ट्र राज्य को तोडफोड और आगजनी के हवाले कर दिया. साथ ही इसे रोकने की बजाय उसे और अधिक भडकाने का काम किया. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की महज एक बयान के आधार पर की गई गिरफ्तारी को भी पूरी तरह से असंवैधानिक करार देते हुए पूर्व उर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, खुद उध्दव ठाकरे सहित उनकी पार्टी के कई नेताओं तथा पार्टी मुखपत्र सामना द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं अन्य कई नेताओं के खिलाफ अनेकों बार असंसदीय शब्दों व आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है और आज वही लोग केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा भाषण देते समय जाने-अनजाने में मुंह से निकल गये एक शब्द के लिए पूरे महाराष्ट्र में तोडफोड व आगजनी करने पर उतारू है. सबसे मजे की बात यह है कि, यहीं लोग खुद को महाराष्ट्र के अस्मिता का ठेकेदार भी बताते है, जबकि खुद मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को इस बात के लिए वाकई शर्म आनी चाहिए कि, उन्हें आजादी के अमृत महोत्सवी वर्ष के बारे में जानकारी नहीं थी. किंतु इस बात पर शरमिंदा होने की बजाय राणे के मुंह से निकली बात को लेकर हंगामा मचाया जा रहा है. इस समय पूर्व मंत्री बावनकुले ने हंगामे व गुंडाशाही को शिवसेना की संस्कृति बताते हुए कहा कि, विगत दिनों वाशिम की शिवसेना सांसद भावना गवली के अधिकार क्षेत्र में रहनेवाले पार्टीकल बोर्ड कारखाने में उजागर हुए घोटाले की शिकायत दर्ज कराने व कारखाने का मुआयना करने के लिए भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमय्या वाशिम पहुंचे थे. जिनके वाहनों पर वाशिम के शिवसैनिकों द्वारा पथराव किया गया था और स्याही फेंकी गई थी. लगभग वैसा ही कुछ इस बार पूरे महाराष्ट्र में किया गया. लेकिन अब बहुत हो चुका है और पानी सिर के उपर से जाने लगा है. जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और हर बात में ईट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा.
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ओबीसी आरक्षण पर ठाकरे सरकार की दोगली नीति
इस पत्रवार्ता में राज्य के कद्दावर ओबीसी नेता माने जाते पूर्व उर्जामंत्री बावनकुले ने कहा कि, जिस समय मुख्यमंत्री फडणवीस की सरकार थी, तब राज्य के सभी ओबीसी मंत्रियों का समावेश करते हुए एक अध्ययन गुट तैयार किया गया था. जिसकी सिफारिशों के आधार पर ओबीसी समाज के आरक्षण को कायम रखा गया. किंतु राज्य में सत्ता परिवर्तन होते ही मराठा आरक्षण की तरह ओबीसी आरक्षण को लेकर भी मौजूदा महाविकास आघाडी सरकार ने ढुलमूल रवैय्या अपनाया है. जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में मराठा आरक्षण तो खत्म हुआ ही, साथ ही अब ओबीसी आरक्षण भी खतरे में है. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को तीन माह के भीतर ओबीसी समाज का इम्पीरिकल डाटा देने हेतु कहा था. जिस पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने एक माह के भीतर सुप्रीम कोर्ट में डेटा पेश करने की बात कही थी. लेकिन अब तक इस पर कोई कदम आगे नहीं बढाया जा सका है और यह सरकार खुद को पूरी बेशरमी के साथ ओबीसी समाज का हितैषी बताती है.
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गरीबों के हक का राशन बेचकर खा गये
इस समय पूर्व उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने यह भी कहा कि, खुद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का निर्वाचन क्षेत्र रहनेवाले जिले में बडे पैमाने पर सरकारी अनाज का घोटाला हुआ है. जिसमें 1 हजार करोड से अधिक रूपयों का भ्रष्टाचार किया गया है. गोंदिया व भंडारा जिले में गरीबों को दिये जानेवाले बेहतरीन किस्म के चावल को बेचकर सरकारी राशन के नाम पर घटिया अनाज बेचा गया, किंतु सरकार ने इस मामले को लेेकर पूरी तरह से मौन साध रखा है.
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विधायक राणा के साथ हमारी कोई युति नहीं
इस पत्रवार्ता में पूछ गये एक सवाल का जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक भले ही विधान मंडल में भाजपा विधायकों के गुट का हिस्सा है, किंतु अधिकारिक तौर पर उनकी युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ भाजपा का कोई गठबंधन नहीं है. किसी निर्दलीय विधायक अथवा सांसद द्वारा विधानसभा या लोकसभा में किस गुट के साथ रहना है, यह उसकी अपनी मर्जी होती है. इसे गठबंधन नहीं कहा जा सकता. विगत दिनों युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा मनपा की आमसभा में मचाये गये हंगामे की ओर ध्यान दिलाये जाने पर उन्होंने कहा कि, कई बार राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर पर आपस में गठबंधन रहनेवाले दो दलों के कार्यकर्ता भी स्थानीय मामलों को लेकर एक-दूसरे के साथ भीड जाते है, ऐसा भाजपा व शिवसेना की युती रहने के दौरान भी हुआ है. अत: राष्ट्रीय, प्रादेशिक व स्थानीय मामलोें को एक-दूसरे के साथ नहीं जोडा जाना चाहिए. विगत दिनों नेता प्रतिपक्ष देवेेंद्र फडणवीस के अमरावती दौरे पर आने के बाद केवल विधायक रवि राणा से ही मुलाकात किये जाने की ओर ध्यान दिलाये जाने पर बावनकुले ने कहा कि, उस समय फडणवीस बेहद निजी कारणों के चलते अमरावती आये थे और पार्टी से संबंधित उनका कोई कार्यक्रम भी नहीं था, लेकिन पार्टी पदाधिकारियों को उनके दौरे के बारे में पता था और वे खुद किसी के घर नहीं गये थे, बल्कि विधायक रवि राणा अमरावती में रहनेवाले फडणवीस के रिश्तेदार के यहां मुलाकात करने हेतु गये थे.
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पूरे राज्य से भेजी जायेगी चिठ्ठीयां, वर्षा बंगले में जगह पड जायेगी कम
विगत दिनों शिवसैनिकों द्वारा पूरे राज्य में मचाये गये हंगामे तथा सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री राणे को हिरासत में लेने हेतु की गई कार्रवाई का विरोध करने हेतु समूचे राज्य से भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को खत लिखे जायेंगे, ऐसा उपक्रम भाजयुमो के प्रदेश सचिव विक्रांत पाटील द्वारा शुरू किया गया है. इस बात की जानकारी देते हुए पूर्व उर्जामंत्री बावनकुले ने बताया कि, पूरे राज्य से सीएम उध्दव ठाकरे को इतने अधिक पत्र भेजे जायेंगे कि, उन्हें रखने के लिए वर्षा बंगले में जगह कम पड जायेगी.
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युवा सक्षमीकरण व कौशल्य विकास पर करेंगे काम
वही इस पत्रवार्ता में उपस्थित भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत पाटील ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा देश के युवाओं में कला-कौशल्य का विकास करने तथा उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्कील इंडिया व स्टार्टअप् इंडिया जैसी योजनाएं शुरू की गई. जिसके तहत 20 लाख करोड रूपयों का पैकेज भी दिया गया, लेकिन राज्य सरकार द्वारा केंद्र की इन योजनाओं पर राज्य में प्रभाव रूप से अमल नहीं किया गया. जिसकी वजह से महाराष्ट्र के युवा कौशल्य विकास व रोजगार से काफी दूर है. ऐसे में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा युवाओं के कला-कौशल्य विकास हेतु विशेष अभियान समूचे राज्य में चलाया जा रहा है. जिसकी शुरूआत आज अमरावती से की गई है. इस पत्रकार परिषद में पूर्व जिला पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील, महापौर चेतन गावंडे तथा भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर आदि सहित कई भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे.