मौत की खाई से बाल-बाल बचे सभी
बस हादसे में बचे यात्रियों ने सुनाया दिल दहलानेवाला अनुभव
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९ – हम सभी लोग राज्य परिवहन निगम की बस में बडे आराम के साथ बैठकर यात्रा कर रहे थे, और मात्र 15 मिनट में अपने गंतव्य पर पहुंचनेवाले भी थे. तभी अचानक बडे जोर से खडखडाहट की आवाज आयी और इसके पहले की कोई कुछ समझ पाता, बस अनियंत्रित होकर 50 फीट गहरी नदी में जा गिरी. इस समय बस चालक द्वारा सतर्कता व समयसूचकता दिखाये जाने के चलते बस खाई में सीधे ही उतरी और पलटी नहीं खायी. जिसकी वजह से हम सभी यात्रियों की जान बाल-बाल बच गयी. इस आशय की प्रतिक्रिया एक भीषण बस हादसे का शिकार होने के बाद बाल-बाल बच गये विजय वाघमारे नामक यात्री द्वारा दी गई है.
जानकारी के मुताबिक वरूड तहसील अंतर्गत जरूड गांव निवासी विजय पुंडलीक वाघमारे का बेटा नागपुर स्थित इन्स्टिटयूट में आयटीआय की पढाई कर रहा है. जिसे तीन दिन की छुट्टी निकालकर घर लाने हेतु विजय वाघमारे नागपुर-वरूड बस क्रमांक एमएच 40/6065 में वाडी से सवार हुए. यह बस तीन घंटे बाद जरूड पहुंचनेवाली थी. किंतु जरूड से कुछ दूरी पहले ढगा गांव के पास पुल से गुजरते समय एक ट्रैक्टर अचानक ही रास्ते पर बस के आडे आ गया और ट्रैक्टर को टक्कर मारने के साथ ही यह बस अनियंत्रित होकर पुल की सुरक्षा दीवार को तोडते हुए 50 फीट गहरी नदी में जा गिरी. इस समय बस में करीब 50 यात्री सवार थे और बस चालक ने समयसूचकता दिखाते हुए बस को खाई में सीधे ही नीचे उतारा. इस समय कई यात्री एक-दूसरे पर जा गिरे. जिसकी वजह से कुछ लोगों को चोटें आयी है. हादसे की जानकारी मिलते ही ढगा गांव के नागरिक तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्होंने सभी यात्रियों को बस से बाहर निकालकर वरूड के सरकारी अस्पताल में भरती कराया. जहां पर विधायक देवेंद्र भूयार ने पहुंचते हुए गंभीर चोटें रहनेवाले यात्रियों हेतु एम्बुलन्स उपलब्ध करवायी और उन्हें तुरंत ही अमरावती के जिला सामान्य अस्पताल में भरती कराया गया. जिनमें विजय वाघमारे व उनके बेटे आनंद वाघमारे का भी समावेश था. यहां पर अपने जीवित बच जाने को लेकर ईश्वर के प्रति आभार प्रकट करते हुए विजय वाघमारे ने उस लोकहर्षक वारदात का अनुभव सुनाया.